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बच्ची से दुष्कर्म का आरोपः पैरेंट्स ने डीपीएस स्कूल घेरकर किया हंगामा…इधर, दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला का बड़ा बयानः डाक्टर के अनुसार दुष्कर्म नहीं, इंफेक्शन

रिसाली-भिलाई स्थित डीपीएस स्कूल में करीब तीन हफ्ते से सुलग रहा छात्रा से दुष्कर्म का मामला शुक्रवार को उस वक्त गरमा गया, जब डेढ़ सौ से ज्यादा पैरेंट्स मार्च करते हुए पहुंचे और डीपीएस स्कूल का घेराव कर दिया। पैरेंट्स डीपीएस के प्राचार्य समेत जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। हंगामा इतना बढ़ा कि डीपीएस प्रबंधन ने पुलिस बुलवा ली। यह मामला करीब तीन हफ्ते से सोशल मीडिया में गर्म है और पैरेंट्स में दहशत और गुस्सा था, जो शुक्रवार को फूटा।

इधर, आरोप की गंभीरता तथा कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए दुर्ग एसपी आईपीएस जितेंद्र शुक्ला ने इस मामले को अपने हाथ में लेकर जांच शुरू की है। शाम को द स्तंभ से बातचीत में एसपी शुक्ला ने कहा – यह मामला बेहद संवेदनशील और स्कूली बच्चियों की सुरक्षा से जुड़ा है, इसलिए मैंने सभी पक्षों से बातचीत की है। पैरेंट्स से बात की है, साथ ही जिस डाक्टर ने बच्ची की प्रारंभिक जांच की थी, उनका बयान भी लिया है। डाक्टर ने अपने बयान में कहा है कि जैसी आशंका व्यक्त की जा रही है, वैसा नहीं है। दुष्कर्म नहीं बल्कि यूटीआई (यूरीनल इंफेक्शन) के लक्षण थे, इसलिए पुलिस को खबर नहीं दी गई। इसके इलाज के लिए दवाइयां तुरंत शुरू कर दी गई थीं। एसपी शुक्ला ने कहा कि डाक्टर के बयान तथा परिजन से बातचीत से स्थिति स्पष्ट हुई है, फिर भी हम इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच के किसी बिंदु को नजरअंदाज नहीं करेंगे।

डीपीएस के पैरेंट्स में 3 हफ्ते से पनप रहा था गुस्सा

दरअसल डीपीएस रिसाली में छात्रा के शोषण का मामला 5 जुलाई को सामने आया था। यह बात पैरेंट्स से होती हुई धीरे-धीरे फैली। मामला बच्ची का है, इसलिए पैरेंट्स में डर स्वाभाविक है। सोशल मीडिया में इस मामले को लेकर बवाल मचना शुरू हुआ। घबराए पैरेंट्स इस मामले में एक-दूसरे से बातचीत करते रहे और गुस्सा बढ़ता रहा। अंततः शुक्रवार को पैरेंट्स के सब्र का बांध टूटा और वे भिलाई में एक जगह एकत्र होकर मोर्चे की शक्ल में डीपीएस पहुंचे और घेराव कर दिया। वे डीपीएस के प्राचार्य को तुरंत हटाने, बच्ची के साथ न्याय तथा सभी बच्चियों की सुरक्षा की गारंटी मांग रहे थे। इतनी बड़ी संख्या में पैरेंट्स को देखकर घबराए स्कूल प्रबंधन ने पुलिस बुलवा ली। लेकिन मामला बच्ची से जुड़ा है, इसलिए पैरेंट्स भी डटे रहे। यह खबर प्रदेशस्तर पर वायरल होने लगी और डीपीएस जैसे स्कूल में बच्ची की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल पैदा हो गए। इस मामले में अब तक पुलिस का हस्तक्षेप नहीं हुआ था, लेकिन शुक्रवार को एसपी ने संज्ञान लिया और अपने स्तर पर जांच शुरू करवाई। डाक्टर से बयान लेने के बाद उन्होंने कहा कि अभी दुष्कर्म के बजाय यूरीनल इंफेक्शन की बात आई हैै। हालांकि मामला बच्चियों की सुरक्षा का है, इसलिए इस मामले में कार्रवाई को लेकर पूरी संवेदनशीलता बरती जाएगी और सामने आए तथ्यों के आधार पर किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

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