सीतापुर में हत्या के बाद शव दफ्नाकर ऊपर टंकी बनाने वाला ठेकेदार गिरफ्तार… धमतरी, जगदलपुर, नेपाल में काटी फरारी

छत्तीसगढ़ के सीतापुर में चर्चित दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा हत्याकांड के मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय और उसके ड्राइवर राजा यादव को आखिरकार सरगुजा पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को संदीप लकड़ा को बेदम पीटा था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने कर्मचारियों से कहकर एक साइट में जेसीबी से गड्ढा खोदवाकर शव उसमें डाला और ऊपर कंक्रीट की पानी टंकी बनवा दी। लकड़ा की गुमशुदगी के बाद बवाल मचने लगा और मर्डर की बात आई, तब पांडेय के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया। आरोपियों ने न सिर्फ हत्या की पूरी स्टोरी बता दी, बल्कि पानी टंकी के नीचे शव होने का राज भी उगल दिया। पुलिस ने पक्की टंकी को बड़ी मशक्कत से बुलडोजरों से तोड़वाकर शव बरामद किया था। इस वारदात में शामिल प्रत्युष पांडेय समेत आठ आरोपियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था और अभिषेक पर 30 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था। उसे अंबिकापुर में ही पुलिस ने पक्की सूचना पर कोर्ट परिसर के बाहर दबोचा और थाने ले आई। पूछताछ में अभिषेक ने बताया कि हत्या के बाद वह भागकर बिलासपुर में बहनोई राहुल उर्फ दीपांशु महाराज के घर गया। उससे 50 हजार रुपए और क्रेडिट कार्ड लेकर वह धमतरी आया। यहां हत्या में इस्तेमाल इनोवा छोड़ी। फिर एक टैक्सी करके जगदलपुर चला गया। वहां से मूव होते हुए नेपाल गया तथा अलग-अलग जगह छिपकर रहा। पुलिस को उसकी लोकेशन लगातार मिलती रही। अंबिकापुर में लोकेशन मिलने पर पुलिस ने पूरे शहर को छान मारा। आखिरकार उसे कोर्ट परिसर के सामने दबोचा गया। माना जा रहा है कि वह कोर्ट में सरेंडर की कोशिश में आया होगा, लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
अंबिकापुर एसपी आईपीएस योगेश पटेल ने द स्तंभ को बताया कि मृतक संदीप लकड़ा की पत्नी सलीमा ने 20 जुलाई को रिपोर्ट लिखाई थी कि उसके पति को ठेकेदार अभिषेक पांडेय तथा सहयोगी गौरीत तिवारी और प्रत्युष पांडेय 7 जुलाई को मारपीट कर गाड़ी में डालकर ले गए। उसके बाद से संदीप घर नहीं लौटा है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की और प्रत्युष, गुड्डू, तुलेश्वर तिवारी और शैल शक्ति साहू को पकड़कर पूछताछ की। आरोपियों के खुलासे से पुलिस सन्न रह गई। आरोपियों ने बताया कि लोहा चोरी के शक में संदीप लकड़ा को उन लोगों ने ऑफिस में लाकर बुरी तरह पीटा। घायल अवस्था में उसे हाथ-पांव बांधकर आमाटोली सीतापुर स्थित अपने गोदाम में बंद कर दिया। अगले दिन गोदाम लौटे तो संदीप मर चुका था। तब शव को अभिषेक पाण्डेय और साथी बड़वापाट मोहल्ले में नल जल योजना के तहत बन रही पानी टंकी (ओवरहेड टैंक) के टावर के नीचे ले गए। वहां जेसीबी से गढ्ढा खोदकर शव दफ्नाया, फिर ऊपर कंक्रीट डालकर ढलाई कर दी। शव बरामद होने के बाद पुलिस ने इस मामले में शामिल 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था, अभिषेक और राजा फरार थे।