रिंगरोड पर सरोना, उद्योग भवन, तेलीबांधा में 680 करोड़ तथा एक्सप्रेस-वे पर 100 करोड़ से फ्लाईओवर… सीएम साय ने मंत्री गडकरी का माना आभार
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केद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राजधानी रायपुर की बड़ी जरूरत को ध्यान में रखते हुए चार फ्लाईओवर (सेपरेटर) मंजूर कर दिए हैं। सीएम विष्णुदेव साय ने बताया कि सिर्फ रायपुर ही नहीं, केंद्रीय मंत्री गडकरी ने पूरे छत्तीसगढ़ के रोड प्रोजेक्ट्स के लिए पैसों की बौछार कर दी है। सीएम साय ने राजधानी और प्रदेश की जरूरतें पूरी करने के लिए मंत्री गडकरी का धन्यवाद दिया है। नई दिल्ली में हुई बैठक के बाद उन्होंने पीडब्लूडी मंत्री अरुण साव तथा पीडब्लूडी अफसरों को निर्देश दिए हैं कि जितने भी प्रोजेक्ट मंजूर किए गए हैं, सभी का डीपीआर और टेंडर जैसी औपचारिकताएं पूरी कर काम शुरू कर दिया जाए।
सीएम साय ने डिप्टी सीएम अरुण साव की मौजूदगी में नई दिल्ली में हुई प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि राजधानी में रिंग रोड-1 पर मंत्री गडकरी ने सरोना, उद्योग भवन और तेलीबांधा में फ्लाईओवर को मंजूरी दी है। इन तीनों प्रोजेक्ट के लिए 680 करोड़ रुपए मंजूर किए जा रहे हैं। इनमें से तेलीबांधा चौक पर बनने वाला पुल वाय-शेप होगा, यानी इसका एक सिरा तेलीबांधा चौक से शहर की ओर एक्सप्रेस वे के पुल के नीचे तक उतरेगा। सरोना और उद्योग भवन में सेपरेटर होंगे, यानी रिंगरोड ऊपर से गुजरेगी, नीचे वाली सड़क से यथावत ट्रैफिक चलेगा। इसी तरह, एक्सप्रेस-वे शदाणी दरबार के कुछ आगे धमतरी रोड से कनेक्ट होता है, वहां भी एक सेपरेटर बनाया जाएगा, ताकि हाईवे का ट्रैफिक और लोकल ट्रैफिक प्रभावित न हो। बता दें कि रिंग रोड-1 पर उक्त तीनों जगह तीन फ्लाईओवर की मांग वर्षों पुरानी है, क्योंकि यह सड़क अब शहर के बीच में आ गया है। इस सड़क पर अभी भाठागांव, रायपुरा, संतोषीनगर, मठपुरैना और राजेंद्रनगर के पास फ्लाईओवर बने हुए हैं, जिनसे ट्रैफिक को काफी आसानी हुई है। इस रोड पर तीनों जगह फ्लाईओवर की मांग बरसों पुरानी है, कई बार इसकी स्वीकृति भी चर्चाएं भी हुईं। लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सीधे इनकी स्वीकृति दी है और सीएम साय ने प्रोजेक्ट पर तुरंत औपचारिक प्रक्रियाएं पूरी कर काम शुरू करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। माना जा रहा है कि तीनों फ्लाईओवर के लिए दो साल की समयसीमा दी जा सकती है, अर्थात यह 2026-27 तक तैयार हो जाएंगे।