बिजली महंगीः अगर आपका बिल 2 हजार रु महीना आता है, तो जुलाई से 21सौ आएगा
छत्तीसगढ़ पावर कंपनी ने शनिवार को प्रदेश में हर स्लैब में बिजली के रेट में थोड़ी वृद्धि कर दी है। मोटे तौर पर देखा जाए तो घरेलू बिजली औसतन 20 पैसे प्रति यूनिट महंगी की गई है। इस वृद्धि का आम मिडिल क्लास पर असर क्या होगा, द स्तंभ ने विशेषज्ञों से बातचीत के बाद बिजली के महंगी होने के असर को कैलकुलेट किया। इसके मुताबिक अगर आपके घर एक एसी है और अभी बिजली का बिल लगभग 2 हजार रुपए महीना आ रहा है, तो नई दरों के बाद यह जुलाई से लगभग 21 रुपए आएगा। बिल जुलाई में ज्यादा इसलिए आएगा क्योंकि बिजली कंपनी 1 जून से बिजली बढ़ी हुई दरों पर कैलकुलेट करेगी। एक बात और, कांग्रेस सरकार ने घरों में 400 यूनिट तक के इस्तेमाल में 300 यूनिट बिजली माफ की जो स्कीम चला रखी थी, वह अब भी लागू रहेगी।
हर क्लास के बिजली बिल पर पड़ेगा असर
छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन हेमंत वर्मा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में बिजली की नई दरों का ऐलान किया। बिजली कंपनी का दावा है कि पिछले साल कंपनी को 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, इसलिए दरें बढ़ानी पड़ी हैं। बढ़ी हुई दरों का बाकायदा एक चार्ट जारी किया है। चार्ट से समझना बहुत आसान नहीं है, इसलिए पूरे मामले को इस तरह समझिए कि बिजली कंपनी घरेलू तथा व्यावसायिक उपयोग के लिए बिजली अलग-अलग दरों पर तो बेचती है। घरेलू इस्तेमाल में भी कम उपयोग वालों की बिजली की दरें थोड़ी कम ही हैं। जैसे, अगर आप महीने में 400 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करते हैं तो यह रेट औसतन 4 रुपए प्रति यूनिट के आसपास पड़ता है। 600 यूनिट वाले एक यूनिट के पीछे 5 रुपए 30 पैसे महीना देते हैं। बिजली कंपनी ने जो दरें बढ़ाई हैं, मोटे तौर पर वह हर स्लैब पर औसतन 20 पैसे पड़ेगी, चाहे कम इस्तेमाल कर रहे हों या ज्यादा। अर्थात, इस वृद्धि का असर अमीर से लेकर गरीब तक, सब पर थोड़ा-थोड़ा पड़ने वाला है। उन लोगों को छोड़कर, जिन्हें विभिन्न योजनाओं में या एकलबत्ती वगैरह में बिजली बिल जीरो आ रहा हो।
यूनिट-रुपए के हिसाब से वृद्धि को ऐसे समझिए