ऐसी पुलिस चाहिए कि चाकूबाज और नशेड़ी थर-थर कांपें… धर्मांतरण, गौ-तस्करी पर सख्त कार्रवाई जरूरी… कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस में सीएम साय की हिदायत

रायपुर में रविवार से चल रही कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस का सोमवार की रात समापन हुआ और पुलिस को सीएम विष्णुदेव साय ने साफ संदेश दिया कि सरकार को ऐसी पुलिस चाहिए, जिससे चाकूबाज और नशेड़ी थर-थर कांपें। इनकी वजह से कानून-व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। हर जिले में एसपी को तुरंत चाकूबाजों और नशेड़ियों में पुलिस का डर पैदा करना चाहिए। ऐसा होगा, तभी आम लोग सुकून से रहेंगे और खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे। इसके अलावा सीएम साय ने कांफ्रेंस में कई और मुद्दों पर सभी एसपी को सरकार की राय से अवगत करवाया है। धर्मांतरण और गौ-तस्करी जैसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की हिदायत भी सीएम ने दी है।
मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन सभी 33 जिलों के एसपी के कामकाज की लगभग छह घंटे समीक्षा की गई। इस दौरान कानून-व्यवस्था, मादक पदार्थ नियंत्रण, सड़क सुरक्षा, साइबर अपराधों की रोकथाम और प्रशासनिक समन्वय पर विस्तृत चर्चा हुई। कांफ्रेंस में गृह मंत्री विजय शर्मा, सीएस विकास शील, एसीएस मनोज पिंगुआ और सीएम के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, डीजीपी अरुणदेव गौतम और एडीजी इंटेलिजेंस अमित कुमार समेत सभी आला अफसर मौजूद थे। कांफ्रेंस में सीएम साय ने कहा कि जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में कलेक्टर और एसपी, दोनों की भूमिका समान रूप से महत्वपूर्ण है। जिन जिलों में दोनों के बीच समन्वय है, वहां बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। सीएम ने चेतावनी दी कि कानून-व्यवस्था के मामलों में किसी भी प्रकार की ढिलाई को प्रशासनिक उदासीनता माना जाएगा और ऐसे मामलों में कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। सीएम साय ने सख्ती से कहा कि सड़कों पर अव्यवस्था फैलाने वालों, चाकूबाजों, नशा करके आम लोगों को परेशान करने वालों तथा अन्य जघन्य अपराधों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाए। गौ-तस्करी और धर्मांतरण जैसे संवेदनशील मामलों पर सघन निगरानी रखी जाए और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जिन जिलों ने अपराध नियंत्रण में उल्लेखनीय सुधार किया है, उनके अनुभवों को अन्य जिलों में मॉडल के रूप में लागू किया जाए।