वन विभाग के रेंजरों पर आफत जारी… अब मोहला-मानपुर में एक निलंबित… तीन दिन में दो सस्पेंड, एक नोटिस पर
छत्तीसगढ़ के वन विभाग में पिछले काफी अरसे से शांति छाई थी, लेकिन बाघ का शव मिलने से बाद से बुधवार तक, यानी पिछले तीन दिन से फील्ड के अमले पर सस्पेंशन और नोटिसों का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को कटघोरा का रेंजर सस्पेंड किया गया था। मंगलवार को कोरिया जिले में रेंजर को नोटिस मिला और दो फारेस्टर सस्पेंड कर दिए गए। बुधवार को मोहला-मानपुर के रेंजर हरिसूरजबली सिन्हा को सस्पेंड कर दिया गया। तीनों कार्रवाइयां छत्तीसगढ़ के वनबल प्रमुख तथा पीसीसीएफ वी श्रीनिवास राव ने की हैं। पता यह भी चला है कि आधा दर्जन और रेंजरों के खिलाफ जांच चल रही है और उनके बारे में भी आज-कल में फैसला हो जाएगा। इन कार्रवाइयों से छत्तीसगढ़ के रेंजरों में खलबली मच गई है।
मोहला के रेंजर सिन्हा का निलंबन लकड़ी डिपो से परिवहन के सिस्टम में लापरवाही के आरोप में किया गया है। इससे वनोपज की गुणवत्ता खराब होने से राजस्व की क्षति हुई है। यही नहीं, अतिक्रमण और बेदखली की कार्यवाही के दौरान अधीनस्थों को सहयोग नहीं करने के साथ-साथ कार्रवाई के पीछे पैसे मांगे जाने का एंगल भी है। वन बल प्रमुख की ओर से जारी आदेश के मुताबिक रेंजर सिन्हा को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियमों के तहत शासकीय कार्य एवं पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही तथा प्रकरण की जांच में प्रथम दृष्टतया दोषी पाये जाने पर निलंबित किया या है। बता दें कि कटघोरा में शिकार तथा वन्यप्राणियों की सुरक्षा में लापरवाही को लेकर रेंजर को सस्पेंड किया गया था। कोरिया में बाघ का शव मिलने के बाद रेंजर को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है, जबकि दो वनकर्मी सस्पेंड किए गए हैं।