कांग्रेस के समय 17 तरह के टैक्स, 13 प्रकार के सेस थे… अब जीएसटी में सुधार से 90 फीसदी सामान सस्ता- सीएम साय

छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने जीएसटी और टैक्सेशन में सुधारों का समर्थन देते हुए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर बड़ा हमला बोला है। भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में हुई प्रेस कांफ्रेंस में सीएम साय ने कहा कि देश में 101 वें संविधान संशोधन द्वारा 1 जुलाई 2017 को जीएसटी लागू होने से पहले तक भारत में 17 प्रकार के टैक्स और 13 प्रकार के सेस लागू थे। प्रत्यक्ष कर की बातें करें तो आयकर की दर तो एक समय अधिकतम 97.5 प्रतिशत तक पहुँच गई थी। पिछले वर्ष 12 लाख सालाना की आय को टैक्स फ्री किया गया। अब जीएसटी में चार स्लैब के बदले दो ही स्लैब रखने, सभी उपयोगी वस्तुओं पर कर शून्य करने और अनेक उत्पादों में कर 10 प्रतिशत तक कम कर दिया गया है। सीएम साय ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में जीएसटी में सुधार से 90 फीसदी सामान सस्ता हुआ है। यह देश के डेढ़ सौ करोड़ लोगों के जीवन में खुशियां लेकर आया है।
सीएम साय ने कहा कि जीएसटी सुधार से न सिर्फ लोगों की बचत में ऐतिहासिक वृद्धि होगी, बल्कि कानूनों के सरलीकरण से व्यापारियों को भी आसानी होगी। मां शक्ति की अराधना के पावन पर्व ‘नवरात्रि’ से लागू होने वाले यह नए प्रावधान देश को आर्थिक रूप से और शक्तिशाली बनाएंगे। सीएम साय ने कहा कि इससे सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योगों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। रोजमर्रा की अनेक वस्तुएँ जैसे तेल, शैम्पू, टूथपेस्ट, मक्खन, पनीर, सिलाई मशीन से लेकर ट्रैक्टर व उसके कलपुर्जे व अन्य कृषि उपकरण तथा व्यक्तिगत स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा, शैक्षणिक वस्तुओं के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक व ऑटोमोबाइल उत्पादों को किफायती बनाया गया है। जीएसटी कम होने का लाभ वस्त्र उद्योग को विशेष रूप से निर्यात के लिए होगा। एक परिवार जो अपने जीवन यापन के लिए 3 से 3.5 लाख प्रत्येक वर्ष खर्च करता है, उन्हें काफी फायदा हो जाएगा। सीएम साय ने कहा कि कि जीएसटी सुधार से सबसे अधिक लाभान्वित हमारे देश के गरीब और मध्य वर्ग के लोग होंगे। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह एक नए सुनहरे युग में प्रवेश करने जैसा है। प्रेस कांफ्रेंस में मंत्री ओपी चौधरी समेत कई नेता मौजूद थे।