The Stambh Exclusive :130 सड़कों की निर्माण क्वालिटी की जांच रिपोर्ट 72 घंटे में मांगी… पीडब्लूडी मंत्री साव का खराब सड़क निर्माण पर कड़े एक्शन का इशारा

डिप्टी सीएम अरुण साव और पीडब्लूडी सचिव डा. कमलप्रीत सिंह ने शुक्रवार को राजधानी में पीडब्लूडी महकमे की सुबह 11 से शाम 6 बजे तक लगभग सात घंटे चली बैठक में सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर कड़ा रुख दिखाया है। बैठक की औपचारिक खबरों के बीच से बड़ी खबर यह निकलकर आ रही है कि डिप्टी सीएम साव वे सड़क निर्माण में खराब गुणवत्ता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जमकर खिंचाई की है। ऐसी 130 शिकायतें हैं, जिन पर कड़े एक्शन की तैयारी कर ली गई है। इन सड़कों की क्वालिटी जांच रिपोर्ट पीडब्लूडी महकमे ने संबंधित इलाकों के अफसरों से 72 घंटे के भीतर मांग की है। इन रिपोर्ट्स में जहां-जहां भी गुणवत्ताविहीन निर्माण पाया जाएगा, उनके ठेकेदारों के साथ-साथ जिम्मेदार अफसरों पर भी कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है। यही नहीं, अगले कुछ दिन में डिप्टी सीएम साव और सेक्रेटरी डा. कमलप्रीत कुछ सड़कों का औचक निरीक्षण भी करनेवाले हैं तथा वहां निर्माण की क्वालिटी के बारे में जानकारी आम लोगों से इकट्ठा की जानी है।
पीडब्लूडी महकमे की समीक्षा बैठक में हालांकि सालभर के बजट, नई सड़कों के निर्माण और कामकाज को लेकर मंथन चला है, लेकिन सबसे ज्यादा समय सड़कों की क्वालिटी पर दिया गया है। सबसे ज्यादा सख्ती खराब सड़क निर्माण से जुड़ी शिकायतों पर बरती जा रही है। निर्माण के दौरान इस तरह की शिकायतें मिलती रहती हैं, लेकिन बताते हैं कि डिप्टी सीएम साव और सेक्रेटरी डा. कमलप्रीत ने खराब गुणवत्ता से संबंधित 130 से ज्यादा शिकायतों पर गहरी नाराजगी जताई है। इसीलिए निर्णय लिया गया है कि अब ऐसी शिकायतों को किसी भी स्थिति में तीन-चार दिन से ज्यादा लंबित नहीं रखना है। हर शिकायत पर 72 घंटे के भीतर गुणवत्ता जांच करवानी है और रिपोर्ट मुख्यालय को भेजनी है। इन 130 शिकायतों में जहां भी गुणवत्ता जांच नहीं हुई, उसे 72 घंटे के भीतर करवाकर मुख्यालय को भेजना है। इन रिपोर्ट्स के आधार पर त्वरित कार्रवाई कर दी जाएगी।
रायपुर के नए सर्किट हाउस में दिनभर चली बैठक में डिप्टी सीएम साव ने प्रदेशभर में चल रहे सड़क, पुल-पुलिया, भवन निर्माण एवं सड़क मरम्मत के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की है। उन्होंने कसावट लाने के साथ ही सड़कों की मरम्मत की गुणवत्ता पर भी खास ध्यान देने को कहा है, ताकि एक बार मरम्मत हो तो यह टिकाऊ रहे, ताकि बार-बार बनाने की जरूरत नहीं पड़े। इसी दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि वे किसी भी कार्य या कार्यालय के औचक निरीक्षण के लिए किसी भी दिन पहुंच सकते हैं। इस बैठक में प्रमुख अभियंता वीके भतपहरी तथा विभाग के सभी इंजीनियर उपस्थित थे।
इन कार्यों की भी हुई समीक्षा
डिप्टी सीएम साव ने बैठक में चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में शामिल कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति के लिए प्राथमिकता के निर्धारण के साथ ही 2024-25 के विभागीय बजट में शामिल कार्यों के प्राक्कलन की अद्यतन स्थिति तथा प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने खेल विभाग, नाबार्ड, एडीबी और सीआरआईएफ के कार्यों के साथ ही भूअर्जन, वन भूमि व्यपवर्तन, यूटिलिटी शिफ्टिंग एवं अन्य कारणों से बाधित कार्यों, पूर्व के वर्षों में सड़क, भवन एवं पुल के अपूर्ण कार्यों तथा 5 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के सड़कों, भवनों एवं पुलों के महत्वपूर्ण कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।