आज की खबर

चीफ नक्सल कमांडर बसवराजू, खूंखार राजन्ना के शवों के लिए रिश्तेदार पहुंचे आंध्रा हाईकोर्ट… वैसे ये रिश्तेदार भी नजरबंद हैं आंध्रप्रदेश में… कोर्ट का आदेश- छत्तीसगढ़ पुलिस से संपर्क करें

माओवादियों का चीफ तथा नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी सचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू के मारे जाने के बाद छत्तीसगढ़ की फोर्स ने अभी उसका शव रिश्तेदारों को नहीं दिया है। बसवराजू के साथ मारे गए एक और खूंखार नक्सली राजन्ना का शव भी छत्तीसगढ़ में है। तकनीकी कारणों से दोनों शव अभी फोर्स की कस्टडी में अस्पताल में हैं। मारे गए दोनों नक्सलियों के रिश्तेदार अब शव लेने के लिए आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। उनका कहना है कि अंतिम संस्कार के लिए शव उन्हें सौंप दिए जाएं। हालांकि जिन रिश्तेदारों की ओर से याचिका लगी हुई है, उन्हें भी आंध्रप्रदेश पुलिस ने नजरबंद कर रखा है, ऐसा सूत्रों का कहना है।

बसवराजू को मार गिराना छत्तीसगढ़ फोर्स की बड़ी कामयाबी है, क्योंकि पिछले दो-तीन दशकों में माओवादियों की सेंट्रल कमेटी का कोई सचिव फोर्स के साथ मुठभेड़ में मारा नहीं गया है। बसवराजू तथा उसके सहयोगी राजन्ना का शव अभी छत्तीसगढ़ में ही है। रिश्तेदारों ने आंध्र हाईकोर्ट में लगाई याचिका में कहा है कि वे शव लेने गए थे, लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस ने नहीं दिए। याचिकाकर्ताओं की ओर से सीनियर वकील पैरवी कर रहे हैं। जिरह के दौरान वकील ने कहा कि याचिकाकर्ता आंध्रप्रदेश के हैं, इसलिए वहीं के हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई है। हाईकोर्ट इस मामले में इसी वजह से छत्तीसगढ़ पुलिस को डायरेक्शन दे सकता है। वकील ने यह दावा भी किया कि याचिकाकर्ता आंध्रप्रदेश में नजरबंद हैं, इसलिए शव लेने छत्तीसगढ़ नहीं जा पा रहे हैं।

आंध्र हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में वर्चुअली हिस्सा लेते हुए छत्तीसगढ़ के एडवोकेट जनरल ने कहा कि यह मामला छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के अधिकार क्षेत्र में है, न कि आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट के। उन्होंने यह भी कहा कि रिश्तेदार होने का कोई सबूत पेश नहीं किया गया, इसलिए शव नहीं दिए गए हैं। हालांकि आंध्रप्रदेश के महाधिवक्ता ने भी यही तर्क दिया कि शव चूंकि छत्तीसगढ़ में हैं, इसलिए आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट इस मामले में डायरेक्शन जारी नहीं कर सकता। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को सलाह दी कि शव लेने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस से संपर्क करें। कोर्ट ने यह भी कहा कि अंतिम संस्कार शांतिपूर्ण ढंग से हो, इसके लिए शर्तें लगाई जा सकती हैं।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button