भारतीय नेवी के बड़े युद्धपोतों के नाम हो सकते हैं छत्तीसगढ़ की महानदी और इंद्रावती पर… वैसे जिन भवनों से राज्य सरकार चलती है, उनके नाम इन्हीं नदियों पर

छत्तीसगढ़ की बड़ी नदियों महानदी और इंद्रावती का नाम अगले कुछ समय में भारतीय नौसेना (इंडियन नेवी) के बड़े युद्धपोतों पर नजर आने वाला है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से सौजन्य मुलाकात में सीएम विष्णुदेव साय ने प्रस्ताव दिया कि छत्तीसगढ़ की नदियों के नाम पर युद्धपोतों के नाम आईएनएस महानदी, आईएनएस इंद्रावती या आईएनएस बस्तर रखे जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक इस प्रस्ताव पर रक्षामंत्री ने सहमति जताई है। बता दें कि नया रायपुर में मंत्रालय और डायरेक्टोरेट जैसे अहम भवनों के नाम इन्हीं नदियों पर हैं। यही नहीं, सीएम साय ने रक्षामंत्री से बिलासपुर एयरपोर्ट को बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्रालय की जमीन देने और छत्तीसगढ़ में डिफेंस सेक्टर के विस्तार पर भी बातचीत की। बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह भी मौजूद थे।
सरकारी सूत्रों के अनुसार रक्षामंत्री के साथ बैठक में सीएम साय ने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान और गौरवशाली परंपराओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की नदियां इंद्रावती और महानदी केवल जलस्रोत नहीं, बल्कि प्रदेश की आत्मा हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि रक्षा मंत्रालय जब भी नए नौसैनिक पोतों या जहाजों को लांच करे, तो उनमें से कुछ का नाम छत्तीसगढ़ की नदियों और क्षेत्रों के नाम पर रखा जाए, जैसे INS इंद्रावती, INS महानदी या INS बस्तर। यह न केवल प्रतीकात्मक रूप से सुंदर होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरव प्रदान करेगा।
सीएम ने बातचीत के दौरान रक्षामंत्री को अवगत कराया कि बिलासपुर में रक्षा मंत्रालय की भूमि है। इस भूमि को उन्होंने बिलासपुर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यहां रक्षा क्षेत्र से संबंधित विकासात्मक कार्य भी आरंभ करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि छत्तीसगढ़ में सेना में भर्ती होने के प्रति युवाओं में विशेष उत्साह है। प्रदेश के युवाओं में अनुशासन, शारीरिक क्षमता और देशभक्ति की भावना है। इस आधार पर उन्होंने रक्षा मंत्री से आग्रह किया कि पूरे प्रदेश में विशेष “सेना भर्ती रैलियों” का आयोजन किया जाए, जिससे युवाओं को अपने ही प्रदेश में देश सेवा का अवसर मिल सके।