शराब स्कैम जिस नकली होलोग्राम से हुआ था, रायपुर में अब भी उसका भंडार… ढाबे पर आबकारी छापे में मिला, पुलिस में एफआईआर… नोएडा नहीं, बिरगांव के प्रिंटिंग प्रेस में छपा होलोग्राम

छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब स्कैम की जांच में जिस नकली होलोग्राम को सबसे बड़ा गेमचेंजर माना गया, ऐसा नहीं है कि वह बंद हो गया है। रायपुर में कल रात आबकारी विभाग शराब की जांच में तेंदुआ के बीएच ढाबा में छापा मारा। वहां शराब बिकती तो नहीं मिली, लेकिन जो मिला उससे छापेमार दस्ता हैरत में आ गया। ढाबे में भारी मात्रा में शराब की शीशी के नकली ढक्कन, डिस्टलरीज के नकली स्टिकर और भारी मात्रा में नकली सुरक्षा होलोग्राम मिल गया। इस जब्ती से दंग आबकारी अफसरों ने आमानाका पुलिस को खबर दी। पुलिस में एफआईआर करवाई और जांच में यह बात निकलकर आई कि नकली होलोग्राम बिरगांव के लक्ष्मी कॉम्पलेक्स में श्रीगणेश प्रिंटर्स में छप रहे थे। वहां होलोग्राम ही नहीं बल्कि नकली स्टिकर भी छपवाए गए थे। पुलिस ने इस मामले में ढाबा संचालक सकंटमोचन सिंह और प्रिंटिंग प्रेस संचालक गणेश चौरसिया को गिरफ्तार किया है। यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं इस पुराने खेल में बड़े लोग तो शामिल नहीं है, या फिर इन्हीं दोनों ने मिलकर इस स्कैम को अंजाम दिया था।
आपको याद होगा कि छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब स्कैम की जांच में लगी एजेंसियों के लिए नोएडा में छपाया गया नकली होलोग्राम बड़ा सबूत बना हुआ है। वहां होलोग्राम छपाई और प्रिंटिंग प्रेस के पकड़े जाने के बाद से अब तक पूरा शराब स्कैम नकली होलोग्राम और छत्तीसगढ़ में नंबर-2 के शराब प्रोडक्शन के इर्द-गिर्द ही है। रायपुर के छापे में ढाबे से आबकारी अफसरों ने नकली होलोग्राम पकड़े। इसके बाद पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस में देशी प्लेन मदिरा में लगने वाले नकली होलोग्राम की 371 शीट बरामद कर ली। इसका डिजाइन जिस पेन ड्राइव में था, उसे भी जब्त किया गया। इस वजह से प्रिंटिंग प्रेस संचालक का मोबाइल भी जब्त हुआ है। अब तक यही बात आई है कि ढाबा संचालक ही नकली होलोग्राम और ढक्कन लगी शराब बेच रहा था। लेकिन पुलिस की जांच में पता चल रहा है कि नकली होलोग्राम और ढक्कन दूसरे जिलों में भी भेजे गए हैं, जिसके प्रमाण मिलने लगे हैं। फिलहाल आमानाका पुलिस इस केस की जांच कर रही है। चूंकि मामला नकली होलोग्राम का है, इसलिए आबकारी विभाग उच्चस्तर से इस मामले में नजर बनाए हुए है।