कांकेर के जंगलों से बसों में भरकर आए 60 नक्सलियों का सरेंडर… इनमें कमांडर राजमन और राजू सलाम, 39 आटो वैपन भी… भूपति के बाद माओवादियों को 24 घंटे में दूसरा बड़ा झटका

फोटोः जंगल के बीएसएफ कैंप में नक्सलियों से भरी बसें
शीर्ष नक्सल कमांडरों में एक भूपति के गढ़चिरौली में सरेंडर के बाद माओवादी दो फाड़ हो गए हैं। बुधवार को कांकेर में बड़ा सरेंडर हुआ है और नक्सली तीन बसों में भरकर जंगल से सीधे बीएसएफ कैंप में आए हैं। इनमें उत्तर बस्तर डिवीजन प्रभारी राजमन और डीवीसीएम राजू सलाम समेत करीब 60 लड़ाके नक्सली हैं, जिनमें 32 महिलाएं भी हैं। इसे बड़ा सरेंडर इसलिए माना जा रहा क्योंकि नक्सलियों ने 39 आटोमैटिक वैपन भी सरेंडर किए हैं, ऐसी सूचना है। बीएसएफ कैंप में ही सरेंडर नक्सल कमांडरों और लड़ाकों से बस्तर आईजी पी सुंदरराज और एसपी इंदिरा कल्याण एलेसेला बात कर रहे हैं। राजधानी में उच्चस्तर पर कुछ देर बाद इस सरेंडर की पुष्टि की जाएगी, ऐसा सूत्रों का कहना है।
मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों की कंपनी नंबर-5 ने लगभग पूरी तरह सरेंडर कर दिया है। इसमें उत्तर बस्तर का सबसे खूंखार नक्सली राजू सलाम, कमांडर प्रसाद और महिलाओं में कमांडर मीना तथा कमांडर ललिता शामिल हैं। गढ़चिरौली में भूपति के सरेंडर के बाद ही ऐसी चर्चाएं चल पड़ी थीं कि नक्सल संगठन दो फाड़ हो सकता है। भूपति की पत्नी ने कुछ दिन पहले सरेंडर किया था, उसके बाद भूपति ने नक्सलियों से अपील की थी कि हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आना उचित होगा। इसके नक्सलियों के एक वर्ग ने विरोध किया था। हालांकि भूपति ने कल 50 से ज्यादा नक्सलियों के साथ सरेंडर कर दिया था। इसके बाद माना जा रहा था कि भूपति को मानने वाले नक्सली चारों तरफ सरेंडर करेंगे। बताते हैं कि राजमन और राजू सलाम तीन-चार दिन से आला पुलिस अफसरों से सरेंडर को लेकर संपर्क में थे। बुधवार को सुबह तीन बसें और कई छोटी गाड़ियां कांकेर में किसी जगह जंगल के भीतर भेजी गई थीं। नक्सली उसमें भरकर आए हैं, जिसकी तस्वीर देख सकते हैं।