प्रकाश स्तंभ

छत्तीसगढ़ में वक्फ प्रापर्टी का निरीक्षण करने दिल्ली से आई टीम… फ़ातेहशाह मार्केट, ईदगाह, मोवा, बैरनबाज़ार का निरीक्षण… वक्फ बिल पास होने के तुरंत बाद बड़ी कवायद

छत्तीसगढ़ में वक्फ की कितनी प्रापर्टी है, कहां-कहां है और इन प्रापर्टीज का अपडेट क्या है, इसका अध्ययन करने के लिए नई दिल्ली से 10 सदस्यों की टीम गुरुवार को राजधानी पहुंची और शुक्रवार को प्रापर्टी का निरीक्षण भी शुरू कर दिया गया। इस टीम के साथ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज तथा अन्य पदाधिकारी भी हैं। टीम ने शुक्रवार को राजधानी में नरैया तालाब से लगे फातेहशाह मार्केट का निरीक्षण किया, जो वक्फ प्रापर्टी है। इसके अलावा रायपुर में ही टीम ने ईदगाह, बैरन बाज़ार और मोवा में भी वक्फ संपत्ति का निरीक्षण किया है। अध्यक्ष डॉ राज के मुताबिक टीम यह पता लगाने आई है कि छत्तीसगढ़ में किन वक़्फ़ प्रॉपर्टीज को डेवलप कर आय बढ़ाई सकती है, जिससे समाज के कमजोर वर्ग की मदद की जा सके।

वक्फ बिल हाल में दोनों सदनों से पास हुआ और नोटिफाइड कर दिया गया है। इसके तुरंत बाद देशभर में वक्फ बोर्ड की गतिविधियां तेज हो गई हैं। वक्फ संशोधनों को पं. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने लागू करने से इंकार कर दिया है, लेकिन छत्तीसगढ़ समेत ऐसे राज्य जहां भाजपा अथवा भाजपा समर्थित सरकारें हैं, वक्फ संशोधनों के लागू में कोई दिक्कत नहीं है। फिलहाल यही कहा जा रहा है कि वक्फ बोर्ड के निरीक्षण तथा इस तरह की तमाम गतिविधियां वक्फ प्रापर्टी को सिस्टमैटिक करने के लिए ही हैं। अगले कुछ दिन में छत्तीसगढ़ में भी वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम समुदाय के लोगों को बतौर सदस्य शामिल किया जा सकता है, लेकिन इसकी सुगबुगाहट नहीं है। छत्तीसगढ़ में वक्त की कितनी संपत्ति है, कहां-कहां हैं और कितनी आय हो रही है, इसका मोटे तौर पर पूरा हिसाब छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के पास है। वक्फ की जिन प्रापर्टीज पर कब्जे हैं, उनका ब्योरा भी निकाला जा रहा है। वक्फ प्रापर्टी का निरीक्षण करने के लिए नई दिल्ली से उच्चस्तरीय दल यहां क्यों आया है, इस बारे में फिलहाल दल के सदस्यों से बातचीत नहीं हो पाई है। यह दल अभी एक-दो दिन यहां और निरीक्षण करने वाला है।

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