PSC SCAM: आईएएस सोनवानी, खलखो, कांग्रेस नेता शुक्ल समेत दुर्ग, बिलासपुर और धमतरी में आधा दर्जन जगह सीबीआई छापे
जिन पदाधिकारियों के संबंधी पीएससी में सलेक्ट हुए, उन्हें घेरा केंद्रीय एजेंसी ने
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पीएससी घोटाले की जांच आगे बढ़ाते हुए दुर्ग जिले में पीएससी के उन पूर्व पदाधिकारियों के यहां बुधवार को सुबह छापे मारे हैं, जिनके रिश्तेदार बड़ी संख्या में पीएससी-2003 में डिप्टी कलेक्टर-डीएसपी या अन्य प्रमुख पदों पर सलेक्ट हुए थे। मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने पूर्व पीएससी चेयरमैन टीएस सोनवानी के धमतरी स्थित निवास, आईएएस अमृत खलखो के दुर्ग, और कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ल के बिलासपुर स्थित निवास समेत आधा दर्जन जगह छापेमारी की है। सीबीआई की ओर से इस बारे में अब तक कोई अधिकृत नोट जारी नहीं किया गया है। सीबीआई की टीमें पीएससी के इन पूर्व पदाधिकारियों के यहां सुबह 7 बजे पहुंची हैं। सूचना यह भी आ रही है कि इस बार छापेमारी में पीएससी ने आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे लोगों पर फंदा कसा है, जो पीएससी 2022 में अपीयर हुए थे और 2023 में डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत मेरिट के अन्य पदों पर सलेक्ट हुए थे।
छत्तीसगढ़ में 2023 के चुनाव में पीएससी में हुई कथित गड़बड़ियों के आरोपों ने कांग्रेस को खासा राजनैतिक नुकसान पहुंचाया था और भाजपा ने जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ा था, पीएससी में गड़बड़ियां उनमें अहम था। सरकार बदलने के बाद सीबीआई ने एक माह पहले पीएससी के पूर्व चेयरमैन आईएएस टामन सिंह सोनवानी, तत्कालीन सचिव जेके ध्रुव और तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक के यहां छापेमारी की थी। सोनवानी और ध्रुव के अलावा आईएएस अमृत खलखो का नाम तभी सामने आया था, क्योंकि पीएससी में उनके परिजन भी सलेक्ट हुए थे। कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ल के बेटे का भी सलेक्शन हुआ था। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने बुधवार को छापे उन्हीं पर मारे हैं, जिनके पुत्र-पुत्री या परिजन सलेक्ट हुए हैं और उनके सलेक्शन पर उंगलियां उठाई गई हैं। इस खबर के लिखे जाने तक सीबीआई टीमें सभी जगह जांच कर रही हैं। छत्तीसगढ़ के वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भी सीबीआई की छापेमारी का उल्लेख किया है।