गाड़ियों की प्रदूषण जांच अब पेट्रोल पंपों में… शहरों में पॉल्यूशन रोकने परिवहन विभाग बदलेगा सिस्टम… अपर आयुक्त रविशंकर ने तेल कंपनियों की बुलाई मीटिंग
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने रायपुर समेत प्रदेश के सभी शहरों में कार्बन मोनोऑक्साइड, लेड और सल्फर गैसों का प्रदूषण और घटाने के निर्देश परिवहन विभाग को दिए हैं। इसे अभियान के तौर पर शुरू करते हुए परिवहन विभाग ने पहले चरण में गाड़ियों की प्रदूषण जांच का स्टेट ऑफ़ द आर्ट सिस्टम बनाने की तैयारी कर ली है। ये तय हुआ है की गाड़ियों की प्रदूषण जाँच के बिखरे हुए सिस्टम को सबसे पहले सेंट्रलाइज़ करते हुए प्रदूषण जाँच केंद्र पेट्रोल पंपों में शुरू किए जाएँ। इसके लिए कमिश्नर एस प्रकाश के निर्देश पर अपर परिवहन आयुक्त डी रविशंकर ने प्रदेश की सभी तेल कम्पनियों के अधिकारियों की शुक्रवार को दोपहर 2 बजे बैठक बुला ली है।
अपर आयुक्त रविशंकर ने तेल कंपनियों इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम और रिलायंस पेट्रोलियम के अधिकारियों तथा परिवहन अफसरों की बैठक की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सीएम साय की मंशा के अनुरूप प्रदूषण जांच केंद्रों को सिस्टमाइज करने तथा आम लोगों को सुविधा देने के लिए ही प्रदूषण जांच केंद्रों को पेट्रोल पंपों में रखने का फैसला लिया गया है। उस मामले में पेट्रोलियम कंपनियों की राय और सुझाव लेने बैठक बुलाई गई है। बता दें कि अभी गाड़ियों की प्रदूषण जांच के लिए मोबाइल वैन हैं, लेकिन आम लोगों को इनका निश्चित पता नहीं होता है। इसलिए अधिकांश वाहनों की दो-तीन साल से प्रदूषण जांच नहीं होने के मामले आते हैं। जांच नहीं होने से हजारों गाड़ियां ऐसी कंडीशन में होंगी कि उनके धुएं में घातक तत्वों और गैस की मात्रा सीमा से काफी अधिक रहने की आशंका है। इसी पर नियंत्रण के लिए सिस्टम बनाया जा रहा है, ताकि शहरों में गैसीय प्रदूषण को कंट्रोल में लाया जा सके।