रवि भवन में पुलिस का छापा… पांच मोबाइल शाप में काम करते मिले 6 बच्चे… इन्हें आश्रम पहुंचाया, दुकानदारों के खिलाफ केस

राजधानी और छत्तीसगढ़ में छोटी-छोटी सैकड़ों दुकानों वाले जयस्तंभ चौक के रविभवन में श्रम विभाग के अंतर्गत काम कर रही एक संस्था की शिकायत पर पुलिस, बाल संरक्षण अफसर तथा महिला-बाल विभाग की टीमों ने शुक्रवार को छापा मारा और दर्जनों दुकानों की जांच की। जांच दल को पांच दुकानों तिरुपति नावेल्टी, मोबाइल गैलेक्सी, जय मोबाइल एक्सेसरीज, बालाजी वॉच और स्मार्ट मोबाइल में काम करते हुए छह बच्चे मिल गए। इनमें चार लड़के और दो लड़कियां हैं। इन बच्चों को तुरंत रेस्क्यू किया गया और अलग-अलग बाल आश्रमों में भेजा गया है। इसके बाद पांचों दुकानदारों के खिलाफ थाना गोलबाजार थाने में बीएनएस, किशोर न्याय अधिनियम और बाल श्रम प्रतिषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिए गए हैं। वकीलों ने बताया कि कानून की जिन धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं, उनमें कड़ी कार्रवाई, गिरफ्तारी और सजा-जुर्माने का भी प्रावधान है।
मिली जानकारी के मुताबिक एक संस्था ने रवि भवन में बाल श्रम की शिकायतें की थीं। इस आधार पर प्रशासन ने रायपुर में आईयूसीएडब्लू की डीएसपी नंदनी ठाकुर के नेतृत्व में एक टीम बनाई। इस टीम में जिले के बाल संरक्षण अधिकारी संजय निराला, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रतिनिधि तथा गोलबाजार टीआई अर्चना धुरंधर को शामिल किया गया। इस टीम ने फोर्स के साथ रवि भवन की दुकानों में धावा बोला। जांच में बच्चों से काम करवाए जाने की शिकायतें सही पाई गईं। हालांकि कारोबारियों ने कहा कि जांच की खबर इतनी तेजी से फैली कि कई दुकानदारों ने उनके यहां काम करनेवाले बच्चों को अंडरग्राउंड कर दिया। अफसरों ने कहा कि इन शिकायतों को लेकर अचानक फिर छापेमारी की जाएगी।