कोल वाशरी गोलीबारी में ओड़िशा पुलिस रायगढ़ पहुंची, अब तक 17 गिरफ्तार, FIR में रायगढ़ के कोयला कारोबारियों के नाम

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से लगे ओड़िशा के सीमावर्ती जिले सुंदरगढ़ की कोलवाशरी में शुक्रवार को सुबह हुए हिंसक संघर्ष तथा लगभग 200 राउंड फायरिंग की जांच के लिए ओड़िशा पुलिस ने एसडीओपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में रायगढ़ में डेरा डाल दिया है। ओड़िशा पुलिस ने रायगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती इस वारदात के दो घायलों से मिलने की कोशिश की, लेकिन पता चला है कि दोनों से बात नहीं हो पाई है। सुंदरगढ़ पुलिस की फोरेंसिक टीम ने सुनरीपाड़ा के गंजनबहल में कोल वाशरी साइट पर गोलियों के खोखे जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ओड़िशा के हेमगिर थाने में दर्ज एफआईआर में फिलहाल इस वारदात को लेकर रायगढ़ के भरत अग्रवाल, रविंद्र भाटिया और बेटा, निर्मल शर्मा समेत 250 अन्य को आरोपी बनाया गया है। इस संघर्ष में शामिल कुछ लोगों की रायगढ़ जिले के प्रभावशाली लोगों में गिनती है।
सुंदरगढ़ जिले से आई टीम को एसडीओपी हिमांशु भूषण बेहरा लीड कर रहे हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि कोल वाशरी में हुए संघर्ष में घायल दो लोगों को रायगढ़ के अस्पताल में भर्ती किए जाने की सूचना पर टीम यहां आई है। यह पता लगाया जा रहा है कि गोलीबारी का यह मामला कितना गंभीर है। हम लोग घायलों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं, उसके बाद जरूरी एक्शन लिया जाएगा। गौरतलब है, ओड़िशा पुलिस के पास ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि इस संघर्ष में 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं तथा लगभग 200 राउंड हवाई फायर भी किए गए हैं। जो 10 लोग घायल हुए हैं, उनमें सुंदरगढ़ के दो लोग हैं। मामला गंभीर है, इसलिए पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 17 लोगों तथा अधिकांश घायलों के नाम फिलहाल उजागर नहीं किए हैं।
कब्जे के लिए भिड़े दोनों ही गुट रायगढ़ के
गौरतलब है, सुंदरगढ़ थाने में जो एफआईआर हुई है, उसके मुताबिक शुक्रवार को सुबह साढ़े 6 बजे सुनरीपाड़ा की गंजनबहल कोल वाशरी में 4 जुलाई को शाम करीब साढ़े 4 बजे कुछ मजदूर काम कर रही थे, तभी दो दर्जन से ज्यादा गाड़ियों में करीब दो-ढाई सौ हथियारबंद लोग पहुंचे। इन लोगों ने वहां मौजूद तीन-चार लोगों पर तलवार और राड से हमला किया। इस दौरान पिस्टल लिए हुए व्यक्ति ने दो लोगों पर फायर भी किया, लेकिन दोनों बच गए। जिस युवक ने रिपोर्ट लिखाई, उसने कहा कि उसपर भी धारदार हथियारों के हमले के गंभीर चोटें आईं लेकिन वह भागने में कामयाब रहा। वाशरी में आगजनी नहीं की गई है, लेकिन गाड़ियों में भारी तोड़फोड़ हुई है। ओड़िशा के हेमगिर थाने के टीआई प्रशांत साहू ने इस घटना की एफआईआर की है। इसे कोल वाशरी में कब्जे के लिए दो गुटों के संघर्ष के तौर पर देखा जा रहा है। बताते हैं कि दोनों ही गुट रायगढ़ के हैं।