भारत सीजफायर तोड़ने के लिए पाकिस्तान को सिखाएगा सबक… दिल्ली में इमरजेंसी मीटिंग में पीएम मोदी और तीनों सेनाप्रमुख… अब तक बड़े आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर चुका भारत

पाकिस्तान ने सीजफायर घोषित होने के तीन घंटे बाद से इस तोड़ना शुरू कर दिया था और भारत के कई सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी ड्रोन्स का मूवमेंट रातभर चला। इसे भारत ने बेहद गंभीरता से लिया है। सेना को किसी भी तरह के हमले का माकूल जवाब देने के लिए फिर फ्री-हैंड भी दिया गया है। इधर, सीजफायर के बाद के हालात पर विचार करने के लिए रविवार को सुबह 11 बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने इमरजेंसी बैठक बुलाई, जिसमें चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस), नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए), तीनों सेना के प्रमुख, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे। यह मीटिंग डेढ़ घंटे तक चली है। बैठक में हुए विचार-विमर्श पर कोई भी अधिकृत सूचना नहीं आई है, इसलिए सरकार की तरफ से ब्रीफिंग के बगैर यहां बैठक को लेकर एक शब्द भी नहीं लिखा जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में विदेश मंत्रालय की ओर से की जाने वाली प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया को महत्वपूर्ण सूचना दी जा सकती है।
इस बीच, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पहलगाम हमला और उसके बाद की परिस्थितियों पर विचार करने के लिए संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। राहुल ने इस बारे में सीधे पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद दो बार सर्वदलीय बैठक हो चुकी है। हालांकि इसमें व्यस्तता के कारण पीएम मोदी शामिल नहीं हो पाए थे। इन बैठकों में कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष ने भारत सरकार के हर फैसले के साथ रहने की प्रतिबद्धता दोहराई थी। यही नहीं, कांग्रेस ने अधिकृत तौर पर कहा था कि आपरेशन सिंदूर के बारे में सुरक्षा कारणों से किसी तरह ब्योरा पार्टी की ओर से नहीं मांगा जाएगा। लेकिन अब, सीजफायर के बाद राहुल ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। इसका आशय यह है कि तमाम परिस्थितियों पर कांग्रेस संसद में चर्चा चाह रही है।