कलेक्टर्स-एसपी कांफ्रेस में सीएम साय आधा दर्जन एसपी की लगा चुके क्लास… गृहमंत्री शर्मा, सीएस शील, एसीएस पिंगुआ, पीएस टू सीएम सुबोध सिंह, एडीजी इंट अमित कुमार मौजूद

कलेक्टर्स-एसपी कांफ्रेंस के दूसरे दिन सोमवार को सुबह साढ़े 10 बजे से अब तक सीएम साय लगभग 20 जिलों में कानून-व्यवस्था और वारदातों की समीक्षा कर चुके हैं और आधा दर्जन एसपी पर यह समीक्षा भारी गुजरी है। सीएम का रुख सख्त है, इसलिए लंच में भीतर से यह सुगबुगाहट भी बाहर आई कि इनमें से अधिकांश एसपी बदल सकते हैं। चूंकि मामला संवेदनशील है, इसलिए हम उन जिलों का नाम नहीं लिख रहे हैं, जहां के एसपी तकरीबन बदलाव के कगार पर खड़े हैं। एसपी कांफ्रेंस में सीएम साय के साथ गृहमंत्री विजय शर्मा, सीएस विकास शील, एसीएस मनोज पिंगुआ, सीएम के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह और एडीजी इंटेलिजेंस अमित कुमार मौजूद हैं। अलग-अलग जिलों में कई मामलों में हुए चर्चित अपराधों पर सीएम ने समीक्षा के दौरान गहरी चिंता जताई है। सूखे नशे पर कार्रवाई, महिला-बालिका अपराध, सायबर मामलों में कमजोर कार्रवाइयां कुछ एसपी के लिए परेशानी बन रही हैं। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर और जशपुर समेत कुछ एसपी के कामकाज की तारीफ होने की भी सूचना है। सीमावर्ती जिलों में पुलिस अधीक्षकों को निगरानी बढ़ाने के लिए कहा गया है। दूसरे यानी अंतिम दिन कलेक्टर्स के साथ-साथ डीएफओ के कामकाज को भी कसौटी पर परखा जाना है, इसलिए पूरे वन अफसर तथा वनमंत्री केदार कश्यप और हेड आफ फारेस्ट फोर्स वी श्रीनिवास राव भी कांफ्रेंस में पहुंचे हुए हैं।
इस खबर के लिखे जाने तक सीएम साय जिलों में पुलिस के परफार्मेंस पर चर्चा जारी रखे हुए हैं। सीएम साय का फोकस महिला और बालिका से जुड़े आपराधिक मामलों में संवेदनशीलता और तत्परता पर फोकस है। इन अपराधों से जुड़े मामलों के चालान बिलकुल वक्त पर पेश किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम साय साइबर क्राइम और इससे जुड़ी आपराधिक गतिविधियों की भी गहन समीक्षा कर रहे हैं। रेंज लेवल में 5 साइबर थाने चल रहे हैं और कांफ्रेंस में सीएम साय ने बताया कि इनकी संख्या जल्दी ही 9 कर दी जाएगी। सबसे बड़ा फोकस नशीली दवाओं और मादक पदार्थों के कारोबार पर कड़े वार को लेकर है। सीएम साय ने कहा है कि सूखे-गीले नशे से दूसरे अपराधों को भी बढ़ाया मिल रहा है, इसलिए इस मामले में सख्त रवैया अपनाया जाए। सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई जाए और पिट एनडीपीएस एक्ट (तुरंत सजा) के मामलों में कार्रवाई बढ़ाई जाए। नशाखोरी के खिलाफ चलाएं व्यापक मुहिम चलाने के साथ-साथ अब युवाओं को भी इस मामले में जागरुक करने की जरूरत बताई गई है। इसके अलावा सीएम साय ने सड़क सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करने वालों पर और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि जो लोग हेलमेट, सीट बेल्ट नहीं लगा रहे हैं और नशे में गाड़ियां चला रहे हैं, अब ऐसे लोगों के मन में कानून का डर पैदा किया जाए। बहरहाल, कलेक्टर्स-एसपी कांफ्रेंस के आज भी रात तक चलने के आसार हैं।



