भारत-पाकिस्तान के मामले में ट्रम्प निर्देश दे रहे हैं, वह अपमानजनक… याद करें, 1971 में इंदिरा गांधी ने किसी की मध्यस्थता नहीं स्वीकारी थी- भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर अमेरिका के हस्तक्षेप पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मीडिया से बातचीत में भूपेश बघेल ने कहा कि दोनों देशों की सरकारों ने सीजफायर का निर्णय लिया है, लेकिन ये अपमानजनक है कि इसकी घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति ने डोनाल्ड ट्रम्प ने की है।दोनों सरकार में से कोई घोषणा करते तो यह अलग बात थी, पर ट्रंप का निर्देश अपमानजनक है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में केंद्र सरकार जो कुछ भी करेगी, कांग्रेस उसके साथ है।
पूर्व सीएम भूपेश ने कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी ने कहा था कि कोई भी तीसरा देश हस्तक्षेप नहीं करेगा। मध्यस्थता कोई भी कर सकता है, लेकिन इस बार ट्रंप पंच बने हैं। भूपेश बघेल ने कहा कि अब देश जानना चाहता है कि ऐसी परिस्थितियों कैसे बनी। उन्होंने दोहराया कि सरकार को जो निर्णय लेना है वह ले, कांग्रेस साथ है। सरकार के फैसले पर कोई आपत्ति नहीं है। अगर सरकार ज़रूरी समझे तो युद्ध रुकना चाहिए।