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अनुपम नगर में 60 लाख के डाके का 24 घंटे में खुलासा… वृद्ध परिवार के परिचित जमीन दलाल ही धोखेबाज… 11 पकड़े गए, उनसे 59.5 लाख कैश व जेवर बरामद

राजधानी पुलिस और क्राइम ब्रांच ने हाईटेक एनलिसिस का एक और बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अनुपम नगर में वृद्ध मनोहरण वेलू के घर हुई 60 लाख रुपए की डकैती का खुलासा करते हुए 24 घंटे के भीतर 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। डकैतों से लूटा गया 59.5 लाख रुपए कैश, सोने के कुछ जेवर और डकैती में इस्तेमाल कार भी जब्त की गई है।

रायपुर आईजी अमरेश मिश्मरा एसएसपी डा. लालउमेद सिंह ने बुधवार को दोपहर 3 बजे भीड़भरी प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया कि डाके में जमीन दलाली का काम करनेवाले परिचित ही शामिल थे, जिन्हें पता था कि घर में करीब 60 लाख रुपए कैश हैं। डाके में ए सोमशेखर नाम के जिस व्यक्ति की सबसे अहम भूमिका निकली है, वह बीएसएफ से सूबेदार पद से रिटायर हुआ था और अभी एक एनजीओ चलाने के साथ-साथ जमीन दलाल भी है। उसने डकैती की योजना बनाकर देवलाल वर्मा नाम के एक बिजली मिस्त्री तथा ड्राइवर और जमीन दलाली करनेवाले कमलेश वर्मा के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई। सोमशेखर इन दोनों को वृद्ध के घर खरीददार बताकर ले गया। वहां यह बताया कि रकम घर में किस जगह रखी हुई है। इसके बाद डकैती में और लोगों की जरूरत को ध्यान में रखकर इन तीनों ने अपने एक परिचित पुरुषोत्तम देवांगन को प्लान बताया और लोगों का इंतजाम करने के लिए कहा। सबने मिलकर अजय ठाकुर, राहुल त्रिपाठी, और नेहा त्रिपाठी को वृद्ध का मकान दिखाया। और लोगों की जरूरत को देखते हुए आरोपियों ने डकैती के इस प्लान में नागपुर के शाहिद पठान और पिंटू सारवान तथा बिलासपुर के मनुराज मौर्य को शामिल कर लिया। इस तरह, सभी 11 लोगों ने मिलकर बिना नंबर की रिट्ज कार से अगले दिन यानी 11 फरवरी को डकैती डाली। डकैती के बाद कुछ आरोपी राहुल की अल्टो कार और कुछ आरोपी डाके में इस्तेमाल रिट्ज कार से भिलाई की ओर भाग निकले।

एसएसपी डा. लाल उमेद सिंह ने बताया कि डाके की रिपोर्ट के तुरंत बाद आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर एएसपी लखन पटले, एएसपी क्राइम संदीप मित्तल, सीएसपी विरेंद्र चतुर्वेदी, इंस्पेक्टर क्राइम परेश पांडेय तथा खम्हारडीह टीआई के नेतृत्व में अलग-अलग तकनीक से जांच के लिए 18 टीमें बना दी गईं। अनुपम नगर तथा आसपास के दर्जनों सीसीटीवी कैमरे के एनलिसिस के एक-डेढ़ घंटे में ही स्पष्ट हो गया कि डकैती में पीले रंग का सलवार सूट पहने हुए एक महिला भी थी। यह जानकारी भी निकाल ली गई कि एक संदिग्ध कार अमलेश्वर से फुंडा-उतई की ओर जाती दिखी है। इस सड़क को रायपुर पुलिस ने दोनों तरफ से घेरा। कार की राजनांदगांव तक पीछा किया गया। तब तब यह भी पता लगा लिया गया कि कार मनकी निवासी राहुल त्रिपाठी की है। इस सूचना के बाद मंगलवार की रात तक पूरी जानकारी जुटा ली गई और डकैतों की लगभग पहचान हो गई। मंगलवार को ही आधी रात के बाद क्राइम ब्रांच और पुलिस की अलग-अलग टीमों ने एक साथ राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, नागपुर, बलौदाबाजार और रायपुर में छापेमारी तथा सभी 11 आरोपियों को दबोच लिया गया। आरोपियों ने डकैती की रकम बांटने की बात स्वीकार कर ली। सब मिलाकर आरोपियों से डकैती के 59 लाख 50 हजार रुपए कैश मिल भी गए। वेलू परिवार के यहां से लूटे गए मोबाइल और कपड़ों को डकैतों ने रास्ते में फेंक दिया, जो अभी नहीं मिले हैं। सभी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी है।

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