बड़ी डकैती के 24 घंटे में खुलासे से आईजी अमरेश गदगद… वे तथा एसएसपी लालउमेद तगड़ा ईनाम देना चाहते थे, पर 30 हजार से ज्यादा पावर में नहीं… इसलिए शासन को लिखेंगे सिफारिशी चिट्ठी

राजधानी रायपुर में ऐन मतदान के दौरान अनुपम नगर में बड़ी डकैती ने आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डा. लालउमेद सिंह की नींद उड़ा दी थी, लेकिन महज 24 घंटे में खुलासा और डाके की रकम बरामद होने से दोनों ही अफसर गदगद हैं। इस डकैती के इन्वेस्टिगेशन में लगी 18 टीमों के आग्रह पर आईजी और एसएसपी ने कंट्रोल रूम में ग्रुप फोटो करवाया है। यह वर्षों बाद देखने में आया कि किसी वारदात के खुलासे के बाद इन्वेस्टिगेशन में लगी टीमों के साथ आईजी और एसएसपी ने ग्रुप फोटो करवाई हो। इस डकैती की जांच में लगे अफसरों-कर्मचारियों के लिए आईजी अमरेश ने 30 हजार रुपए ईनाम की घोषणा की है। सूत्रों के मुताबिक आईजी अमरेश पूरी टीम को बड़ा ईनाम देना चाहते हैं, लेकिन 30 हजार रुपए से ज्यादा ईनाम का पावर उनके पास नहीं है। इसलिए बताया जा रहा है कि उन्होंने शासन को चिट्ठी लिखकर इस डकैती के खुलासे में लगी टीमों को बड़ा ईनाम देने की अनुशंसा की है।
रायपुर में दिनदहाड़े 60 लाख रुपए की डकैती को लेकर पुलिस महकमे में क्या बीती थी, इस पर भी थोड़ी नजर डालिए। द स्तम्भ को पता चला है कि मंगलवार को सारी रात आईजी अमरेश और एसएसपी डा. लालउमेद सोए नहीं थे। बुधवार को दोपहर तक दोनों लगातार इसी स्थिति में मानीटरिंग करते रहे। शायद आपको याद होगा कि पूर्व महापौर को जिस वक्त पूछताछ के लिए ईओडब्लू में बुलाया गया था, आईजी अमरेश वहीं थे लेकिन अचानक उठकर कहीं चल दिए और शाम 6 बजे लौटे। बताते हैं कि आईजी और एसपी इस दौरान सारे क्लू का एनलिसिस कर रहे थे। बुधवार की शाम जब साफ हो गया कि डकैती किन लोगों ने डाली है, तब आईजी ईओडब्लू में लौटे और एसएसपी अपने दफ्तर गए। दोनों अफसरों के प्लान पर क्राइम ब्रांच और थाने की पुलिस ने आधी रात के बाद राजधानी समेत प्रदेश के छह शहरों में छापेमारी की और जिनकी तलाश की जा रही है, सभी मिल गए। सुबह 4 बजे तक सभी आरोपियों को रायपुर में एक जगह इकट्ठा किया जा चुका था। आरोपियों ने डकैती के बारे में सब कुछ उगल दिया था और डाके के रुपए भी बरामद हो गए थे, जो आरोपियों ने कुछ घंटे पहले ही बांटे थे। इस खुलासे के बाद आईजी अमरेश और एसएसपी लालउमेद शाम 4 बजे तक चली प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद रहे। जब दोनों बाहर आए तो इन्वेस्टिगेटिव टीम ने ग्रुप फोटो का आग्रह किया, जिसे दोनों अफसरों ने फौरन मान लिया। इसके बाद बात आई कि आखिरकार आईजी तथा एसएसपी की ओर से 30 हजार रुपए से अधिक के ईनाम की घोषणा क्यों नहीं की जा रही है। तब, सूत्रों के मुताबिक आईजी अमरेश और एसएसपी लालउमेद ये कहते सुने गए कि इस टीम को जितना इनाम मिलना चाहिए, उतना उनके पावर में नहीं है। टीम बड़े ईनाम की हकदार है। इसलिए वे राज्य शासन को चिट्ठी लिखकर सिफारिश भी करेंगे कि इस टीम को बड़ा ईनाम दिया जाए।