रायपुर में पटाखों पर ज्ञान वाले होर्डिंग… इसमें सीएम-मंत्री के फोटो लगाए बिना पूछे… पर्यावरण विभाग के अफसर सावंत सस्पेंड
राजधानी रायपुर में पिछले तीन-चार दिन में कुछ जगह पर्यावरण विभाग की ओर से पटाखों को लेकर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए। इन होर्डिंग्स में पटाखे जलाने और अतिशबाजी को लेकर ज्ञानवर्धक बातें थीं। होर्डिंग में सीएम और पर्यावरण मंत्री के फोटो भी लगे थे। दिलचस्प बात यह थी कि पर्यावरण विभाग के जनसंपर्क अधिकारी ने न तो होर्डिंग लगाने के लिए मंत्री से अनुमति ली, और न ही सीएम-मंत्री की इन होर्डिंग्स में तस्वीर लगाने के लिए संबंधित विभाग को सूचित किया गया। बताते हैं कि ऐसे होर्डिंग्स को लेकर उच्चस्तर पर शिकायत पहुंची थी। होर्डिंग ऐसे थे कि उच्चस्तर पर नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित अफसर पर कार्रवाई के निर्देश पहुंचे। इस आधार पर अफसरों ने सोमवार को दोपहर ही पर्यावरण संरक्षण मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अमर प्रकाश सांव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस पूरी कहानी में अधिकृत तौर पर सिर्फ यही आया है कि अफसर एपी सांवत को प्रशासनिक कारणों से निलंबित किया गया है। ये कारण क्या हैं, इन्हें लेकर कोई भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। यही नहीं, कार्रवाई के लिए जिस कारण का उल्लेख इस समाचार में किया गया है, उसकी पुष्टि नहीं की गई है, यह बात केवल चर्चा में है।
निलंबन आदेश में प्रशासनिक वजह बताई गई, कारण का उल्लेख नहीं किया गया। द स्तंभ की पड़ताल में यह राज खुला कि अफसर बिना इजाजत होर्डिंग की भेंट चढ़ गया। हालांकि इसके पीछे बड़ा लाजिक भी बताया जा रहा है। कुछ अफसरों का कहना है कि सरकार बिलकुल नहीं चाहती कि प्रदेश के एक भी व्यक्ति की भावनात्मक बातों से खिलवाड़ किया जाए, जिससे उसे दुख पहुंचे। यह होर्डिंग इसी क्राइटेरिया में आ रहे थे। दूसरी बात ये थी कि ऐसे होर्डिंग में सीएम-मंत्री के फोटो भी लगे हुए थे। यह अपनी तरह का पहला मामला है। जनसंपर्क अधिकारी सावंत को सस्पेंड करने के मामले में गहरी चुप्पी है तथा कोई भी इसकी वजह बताने के लिए तैयार नहीं है। शासन से जारी आदेश में कार्रवाई की वजह प्रशासनिक बताते हुए निलंबन अवधि के दौरान सावंत को जीवन निर्वाह भत्ता देने के लिए कहा गया है।