हालमार्क ने सोने से बोतलबंद पानी तक 22 हजार सामग्री पर लोगों का बढ़ाया भरोसा… छत्तीसगढ़ में और बढ़ाएंगे मानकों पर जागरुकता- सीएम साय

सीएम विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में विश्व मानक दिवस पर मंगलवार को मानक महोत्सव में कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने सोने से लेकर बोतलबंद पानी जैसी 22 हजार से ज्यादा सामग्री पर हालमार्क या अन्य मानक चिन्हों के जरिए लोगों का भरोसा बढ़ाया है। इससे मिलावट व नकली वस्तुओं के कारोबार पर प्रभावी रोक लगी है। सीएम साय ने लोगों को गुणवत्ता शपथ दिलाते हुए मानकीकृत उत्पादों को बढ़ावा देने और बीआईएस के प्रयासों में भागीदारी निभाने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
सीएम साय ने मानकों की स्थापना में विशेष योगदान देने वाले मानक क्लबों, संस्थाओं और मेंटर्स का मानक महोत्सव में सम्मान किया। उन्होंने भारतीय मानक ब्यूरो के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्था देशभर में गुणवत्ता की संस्कृति विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। एक समय था, जब सोने जैसी धातुओं की शुद्धता का पता लगाना कठिन था। लेकिन आज हर उपभोक्ता बीआईएस हॉलमार्क देखकर ही आभूषण खरीदता है। बीआईएस का हॉलमार्क भरोसे का प्रतीक बन चुका है। बोतलबंद पानी, हेलमेट, खिलौने, गहनों से लेकर करीब 22 हजार वस्तुओं को मानक चिन्ह प्रदान किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं के बीच मानक चिन्हों के प्रति जागरूकता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है, ताकि गुणवत्तापूर्ण उत्पादों को बढ़ावा मिल सके।
सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मानकों की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों की गुणवत्ता और मानकीकरण के कारण आज देश के गांव और कस्बों में बने उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान बना रहे हैं। इस कार्यक्रम को खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने भी संबोधित किया।