सुशासन तिहार इफेक्ट… आयुष्मान कार्ड, श्रमिक कार्ड, ट्राइसिकल, परिवर्तित राशन कार्ड और लर्निंग लाइसेंस सिर्फ 24 घंटे में जारी

छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार-2025 के तहत 8 से 11 अप्रैल तक हर गांव-शहर में लिए गए आवेदनों के निराकरण का सिलसिला सीएम विष्णुदेव साय की सरकार ने शुरू कर दिया है। प्रदेशभर से सुशासन तिहार के आवेदनों के त्वरित निराकरण की खबरें भी मिल रही हैं। लोगों के महीनों से अटके काम एक ही दिन में किए गए हैं। आयुष्मान कार्ड, विकलांग ट्राइसिकल, श्रमिक कार्ड, राशन कार्ड में नाम जोड़ना और लर्निंग लाइसेंस जैसे कार्य 24 घंटे के भीतर किए गए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक पिथौरा से लगे गांव के मनोहर सिंह पटेल ने आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। कुछ कारणों से पूर्व में उनका कार्ड नहीं बन पाया। लेकिन सुशासन तिहार में उन्होंने आवेदन दिया तो मात्र 24 घंटे के भीतर तकनीकी दिक्कतों को दूर करते हुए आयुष्मान कार्ड जारी कर दिया गया। इसी तरह, राजनांदगांव में शीतला माता वार्ड की भारती देवांगन के आवेदन पर उन्हें तत्काल श्रमिक कार्ड बनाकर दे दिया गया। बिलासपुर में कोटा के एक गांव के निवासी मंगल सिंह बैगा को आवेदन देते ही महज 24 घंटे के भीतर ट्राइसाइकिल मिली। वे दिव्यांग पेंशन की पात्रता सूची में भी आ गए हैं, यानी जल्द पेंशन भी मिलने लगेगी। इसी तरह, बस्तर में शम्भूनाथ कश्यप के राशन कार्ड में उनकी पत्नी और बेटे का नाम काफी प्रयास के बाद भी नहीं जुड़ा था, लेकिन सुशासन तिहार के तहत आवेदन के बाद एक हफ्ते के भीतर उन्हें दो नाम जोड़ नया राशनकार्ड दे दिया गया। इसी तरह, सांकरा के विकास मिश्रा ने सुशासन तिहार में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया। परिवहन विभाग ने उन्हें कार्यालय बुलाया और सारी औपचारिकताएं एक दिन में पूरी कर लर्निंग लाइसेंस जारी कर दिया गया।