गर्ल्स रैकेटः जिस locanto app से भेजते थे देशी-विदेशी गर्ल्स के फोटो-डीटेल्स, गूगल ने उसे प्ले स्टोर से हटाया… रायपुर, भिलाई, महासमुंद, कवर्धा से 17 दलाल अरेस्ट

राजधानी में 10 दिन पहले वीआईपी रोड पर हादसे के बाद पुलिस ने बिलासपुर के युवक और उज्बेकिस्तान की युवती को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी, तब एक गर्ल्स रैकेट फूटा था, जिसका दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 17 दलालों को गिरफ्तार कर लिया है, जो केवल रायपुर ही नहीं बल्कि महासमुंद, कवर्धा, अंबिकापुर, जगदलपुर और भिलाई से भी हैं। इस मामले में पुलिस को उजबेकिस्तान की दो समेत छत्तीसगढ़ के अलग-अलग राज्यों की दर्जनभर से ज्यादा युवतियां मिली हैं, लेकिन पुलिस उन्हें पीड़ित (विक्टिम) मानकर अरेस्ट नहीं कर रही है। सभी दलाल यूएस के एक मोबाइल एप्लीकेशन locanto app पर एक्टिव थे और इसी से युवतियों की तस्वीरें तथा अन्य डीटेल्स कस्टमर्स को भेज रहे थे। बड़ी खबर ये है कि गूगल ने इस एप को प्ले स्टोर से हटा दिया है। भले ही रायपुर की घटना की वजह से एप को गूगल ने नहीं हटाया हो, लेकिन हटाने की वजह लगभग यही है। इस बारे में गूगल ने लिखा है- … हो सकता है कि इस एप ने हमारे गूगल प्ले डेवलपर प्रोग्राम नीतियों और डेवलपर वितरण अनुबंध का उल्लंघन किया हो और उसे हटा दिया गया हो या निलंबित कर दिया गया हो… या फिर डेवलप ने ही एप को हटा दिया हो। एसएसपी डा. लालउमेद सिंह ने द स्तम्भ ने कहा कि एप को प्ले स्टोर से हटाने की जानकारी नहीं है, लेकिन राजधानी में पकड़े गए रैकेट की सूचनाएं उच्चस्तर तक भेजी जा रही हैं।
रायपुर में उज्बेकिस्तानी युवती तथा बिलासपुर के भावेश आचार्य के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने युवती के मोबाइल फोन से इस मामले की इन्वेस्टिगेशन शुरू की। सबसे पहले यह पता लगाया गया कि किस व्यक्ति ने भावेश से 27 हजार रुपए लेकर विदेशी युवती भेजी थी। जांच के बाद पुलिस ने बोरियाखुर्द से रवि ठाकरे और पहाड़ी-गुढ़ियारी से जागेंद्र उके को पकड़ा। इनसे पूछताछ में जुगल शर्मा समेत कई नाम सामने आए। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा, लेकिन इनके मोबाइल से दर्जनों युवतियों के फोटो-डीटेल्स के साथ-साथ प्रदेशभर के युवकों के नाम-पते मिले, जिनके पास कभी न कभी युवतियों को भेजा गया था। कई तरह के एनलिसिस के बाद पुलिस ने इसी मामले में मोतीनगर-संतोषीनगर से मो. साजिद, देवपुरी से दिनेश लिलवानी, सैलानी नगर-संजय नगर से शेष इमरान, पुरानी बस्ती से अमित सोनी, रायपुरा से रमेंद्र पाठक, चौरसिया कालोनी से शेख नुरूल हक और कवर्धा में संत रविदास नगर से दुर्गेश पनागर को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनसे पूछताछ में पं. बंगाल के जुगल कुमार का नाम बतौर सरगना आ गया। पुलिस उसे तथा पत्नी को 24-परगना जिले से अरेस्ट कर रायपुर ले आई। इसके बाद मयंक हरपाल, मोहम्मद शब्बीर, मनोरंजन बारीक और रिषभ शर्मा की गिरफ्तारी की गई। एसएसपी ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले में अब तक 2 महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी से पूछताछ में मिली जानकारियों का और परीक्षण चल रहा है तथा गिरोह का दायरा बढ़ता जा रहा है। आरोपियों के मोबाइल फोन पर locanto app के अलावा फोन गैलरी, वाट्सएप तथा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जितनी भी तस्वीरें उपलब्ध हैं, सभी स्टोर कर ली गई हैं ताकि इन्वेस्टिगेशन में इस्तेमाल की जा सकें। पुलिस अभी दो दर्जन से ज्यादा नामों का परीक्षण कर रही है, जिनमें से कुछ एजेंट और कुछ कस्टमर हैं। अफसरों ने संकेत दिए हैं कि जिन युवतियों का उपयोग यह रैकेट कर रहा था, उनके साथ पुलिस पीड़ित के तौर पर व्यवहार कर रही है। इसी तरह, युवतियों को जिन युवकों के पास भेजा गया, उनके साथ भी बैकग्राउंड को देखते हुए संवेदनशीलता से कार्रवाई की जा रही है।