गिरफ्तार पूर्व डीएफओ पटेल 23 अप्रैल तक रिमांड पर एसीबी को… 2015 बैच के IFS अफसर, तेंदूपत्ता बोनस गबन में हुए थे सस्पेंड

सुकमा में करीब 7 करोड़ रुपए के तेंदूपत्ता गबन मामले में गिरफ्तार पूर्व डीएफओ तथा आईएफएस अफसर अशोक पटेल को रायपुर की विशेष अदालत ने 23 अप्रैल तक की रिमांड पर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को सौंप दिया है। एसीबी ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने पूछताछ के लिए एक सप्ताह की रिमांड ही मंजूर की। आईएफएस पटेल को कोर्ट से तेलीबांधा स्थित एसीबी मुख्यालय ले जाया जा रहा है। वहां उनसे तेंदूपत्ता बोनस मामले में पूछताछ की जाएगी। इस मामले में यह पहली गिरफ्तार है। आईएफएस अफसरों में भी इस सरकार में अशोक पटेल पहले हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। इससे आईएफएस लाबी में भी खलबली मची हुई है।
अशोक पटेल 2015 बैच के आईएफएस अफसर हैं। उनके कुछ बैचमेट अभी विभिन्न जिलों में डीएफओ के पद पर पदस्थ हैं। तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में केस दर्ज होने के बाद डीएफओ अशोक पटेल को सस्पेंड कर दिया था। उसके बाद एसीबी ने इसी केस में एक माह में दो बार छापेमारी की है। दोनों बार ही पूर्व डीएफओ के कई ठिकानों को घेरे में लिया गया था, जिनमें उनका रायगढ़ का घर भी है। एसीबी सूत्रों के मुताबिक यह पता लगाया जा रहा है कि तेंदूपत्ता बोनस की रकम दूसरे खातों में किस तरह ट्रांसफर की गई। इस पूरे मामले का मोडस आपरेंडी क्या है वगैरह। इस मामले में राजपत्रित श्रेणी के एक-दो और अफसर, तेंदूपत्ता समितियों के मैनेजर और कुछ अन्य कर्मचारी भी एसीबी की जांच के दायरे में हैं। इनमें से अधिकांश अभी बस्तर में पदस्थ बताए गए हैं।