राजधानी में एस्कार्ट्स अस्पताल बंद होने के डेढ़ दशक बाद डा. नरेश त्रेहन अब लाना चाहते हैं 500 करोड़ का मेदांता… सीएम साय से नई दिल्ली में मिलकर अस्पताल खोलने की जताई इच्छा

छत्तीसगढ़ राज्य के बाद अंबेडकर अस्पताल के पिछले हिस्से में हृदयरोगों के लिए एस्कार्ट्स अस्पताल खुला था, जो शहर के हजारों लोगों को याद होगा। यह अस्पताल देश के विख्यात चिकित्सक डा. नरेश त्रेहन के नेतृत्व में खुला था। कालांतर में एस्कार्ट्स अस्पताल बंद हो गया और उसकी जगह सरकारी एसीआई अस्पताल खुला, जो अब छत्तीसगढ़ में दिल के रोगों के इलाज में बहुत अच्छा काम कर रहा है। बहरहाल, डा. त्रेहन अब राजधानी में मेदांता अस्पताल खोलना चाहते हैं। इस अस्पताल में 500 करोड़ रुपए लगाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ के सीएम डा. विष्णुदेव साय से मुलाकात की है। सीएम साय नीति आयोग की बैठक के लिए दिल्ली गए थे और अभी वहीं हैं। उनसे डा. त्रेहन के अलावा वरुण ब्रेवरेजेस ने भी छत्तीसगढ़ में प्लांट खोलने की इच्छा जताते हुए मुलाकात की है।
सीएम साय जब भी दिल्ली या मुंबई जाते हैं, छत्तीसगढ़ में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उनसे मिलते हैं। इसी कड़ी में रविवार को मेदांता अस्पताल ग्रुप और वरुण बेवरेजेस ग्रुप के प्रमुखों ने सीएम साय से नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में मुलाकात की और छत्तीसगढ़ में निवेश करने की इच्छा जताई। मेदांता अस्पताल के संस्थापक डॉ. नरेश त्रेहन ने रायपुर में अत्याधुनिक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित करने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने बताया कि वे इस परियोजना में लगभग 500 करोड़ रुपए लगाना चाहते हैं। यह अस्पताल उन्नत चिकित्सा तकनीक, विशेषज्ञ डॉक्टरों, रिसर्च और प्रशिक्षण सुविधाओं से लैस होगा।
इसी तरह, वरुण बेवरेजेस के चेयरमैन रवि जयपुरिया ने रायपुर में कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स और फ्रूट जूस आधारित संयंत्र लगाने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने बताया कि इसमें वे 250 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने के इच्छुक हैं। सीएम साय ने दोनों प्रस्तावों का स्वागत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य और उद्योग जैसे क्षेत्रों में ऐसे गुणवत्तापूर्ण निवेश के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। दोनों परियोजनाओं पर राज्य शासन विचार करने के साथ-साथ हर संभव मदद भी देगा, ताकि प्रदेश के लोगों को फायदा हो और युवाओं को रोजगार मिले।