पीएम मोदी की परीक्षा पे चर्चा… रायपुर की युक्तामुखी ने पूछा सवाल… प्रधानमंत्री बोले- छोटी सफलता में भी ढूँढो आनंद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्कूली छात्र-छात्राओं से सीधे संवाद “परीक्षा पे चर्चा” में सोमवार को रायपुर की मायाराम सुरजन स्कूल की छात्रा युक्तामुखी साहू को सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रश्न पूछने का मौका मिला। युक्तामुखी के सवाल पर पीएम मोदी ने मंत्र दिया कि सकारात्म रहो और छोटी-छोटी खुशियों में आनंद खोजो। रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में परीक्षा पे चर्चा के दौरान बड़ी संख्या में छात्रा-छात्राओं के साथ सीएम विष्णुदेव साय भी मौजूद थे। छात्रा ने पीएम मोदी से सीधे सवाल पूछने का अनुभव सीएम साय के साथ शेयर किया। सीएम ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ से 20 लाख से अधिक छात्र छात्राओं ने पीएम से सवाल पूछने के लिए आवेदन किया था।
सीएम साय ने छात्र-छात्राओं के साथ पीएम मोदी की वार्ता “परीक्षा पे चर्चा” को सुना। इसके बाद उन्होंने स्टूडेंट्स से चर्चा करते हुए बोर्ड सहित अन्य परीक्षाओं की तैयारी भयमुक्त और तनावरहित वातावरण में करने के लिए प्रेरित किया। सीएम साय ने कहा कि पीएम मोदी 8 वर्षों से लगातार परीक्षा के समय देश के विद्यार्थियों से संवाद कर रहे हैं, उन्हें मूल्यवान टिप्स दे रहे हैं। सालभर की मेहनत के बावजूद परीक्षा के समय तनाव और दबाव का अनुभव होना स्वाभाविक है। लेकिन यह पहल अत्यंत प्रभावी सिद्ध हो रही है। सीएम साय ने पैरेंट्स से अपील की कि वे अपने बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें, बल्कि परीक्षा के समय उनका मनोबल बढ़ाएं। पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए सीएम साय ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री केवल देश की प्रगति की चिंता ही नहीं करते, बल्कि वे युवाओं से विशेष जुड़ाव रखते हैं। उनका यह प्रयास है कि भावी पीढ़ी सही निर्णय ले, जीवन की परीक्षाओं को आत्मविश्वास के साथ दे और देशहित में अपनी ऊर्जा का सर्वोत्तम उपयोग करे। प्रधानमंत्री की यह सोच “परीक्षा पे चर्चा” के माध्यम से मूर्त रूप लेती है, जो देश के करोड़ों छात्रों और उनके अभिभावकों को संबल प्रदान करने वाली पहल है।
परीक्षा के दौरान पूरी नींद, सूर्य स्नान से स्फूर्ति
सीएम साय ने कहा कि पीएम हमेशा बच्चों को परीक्षा के लिए छोटे लक्ष्य निर्धारित करने, संतुलित आहार लेने, भरपूर नींद लेने और मानसिक शांति बनाए रखने की सलाह देते हैं। इस वर्ष उन्होंने “सूर्य स्नान” के महत्व पर भी चर्चा की, जिससे विद्यार्थियों को शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति प्राप्त होती है। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी समेत कई अफसर मौजूद थे।
मैं पढ़ाई में अच्छा था, पर जिम्मेदारियां बड़ी
सीएम साय ने इस अवसर पर अपने छात्र जीवन से जुड़े प्रेरक अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि गांव में उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई और वे पढ़ाई में हमेशा अच्छे रहे। लेकिन बचपन में ही पिता के निधन ने जीवन में कई चुनौतियाँ प्रस्तुत कीं, जिससे उन्होंने बहुत कुछ सीखा। उन्होंने आगे बताया कि उनकी हैंडराइटिंग बहुत अच्छी थी और शिक्षक उसे अन्य विद्यार्थियों के लिए उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते थे।