देश की पहली लीथियम खदान का कंपोजिट एग्रीमेंट सौंपा… दंतेवाड़ा और कांकेर में 4 लोहा खदानों के बिडिंग आदेश जारी… सीएम साय-केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी शामिल हुए बैठक में

छत्तीसगढ़ की पाई गई देश की पहली लीथियम खदान का कंपोजिट लाइसेंस सीएम विष्णुदेव साय और केंद्रीय खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने शुक्रवार को टेंडर हासिल करने वाली कंपनी माइकी को सौंप दिया है। केंद्र सरकार ने इस लीथियम ब्लॉक को ई-नीलामी के माध्यम से कोरबा के कटघोरा क्षेत्र में माईकी साउथ माइनिंग कंपनी को उच्चतम बोली पर आवंटित किया है। इसके अलावा सीएम-केंद्रीय मंत्री ने दंतेवाड़ा के तीन और कांकेर के एक आयरन ओर ब्लॉक (लोहा खदान) के प्रिफर्ड बिडर आदेश प्रदान किए हैं। शुक्रवार को सीएम साय और केंद्रीय कोयला-खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंत्रालय में खनिज विभाग की बैठक में प्रदेश की खनिज संपदा, अन्वेषण, तकनीकी नवाचार और आय की विस्तृत समीक्षा की गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश की प्रगति में छत्तीसगढ़ की अग्रणी भूमिका है।
बैठक में चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन, सीएम के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सीएम के सचिव पी दयानंद, प्रदेश के अन्य अफसरों में शहला निगार, रजत कुमार और अंकित आनंद तथा केंद्रीय कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रुपिंदर बराड़, संयुक्त सचिव बीपी पति, कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद, एसईसीएल के सीएमडी हरीश दुहन समेत आला अफसर भी शामिल हुए। समीक्षा के दौरान सीएम साय ने बताया कि हमारे राज्य में कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, टिन, चूना पत्थर सहित कई क्रिटिकल खनिजों की उपलब्धता है, जो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के साथ ही देश की औद्योगिक प्रगति में भी अहम भूमिका निभाती हैं। इसमें पारदर्शिता, पर्यावरणीय उत्तरदायित्व और तकनीकी दक्षता लाने के लिए खनिज ऑनलाइन पोर्टल, ई-नीलामी प्रक्रिया, स्टार रेटिंग जैसे उपायों को अपनाया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संसाधनों की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, चूना पत्थर जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के साथ-साथ देश का एकमात्र टिन उत्पादक राज्य होने का गौरव भी छत्तीसगढ़ को प्राप्त है। उन्होंने देश की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा के निरीक्षण का ज़िक्र करते हुए खदान में किए जा रहे नवाचारों और अत्याधुनिक तकनीकों की भी सराहना की।
ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में छत्तीसगढ़ प्रतिबद्धः पी दयानंद
सीएम के सचिव तथा माइनिंग सेक्रेटरी पी दयानंद ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन में राज्य की खनन गतिविधियों एवं नीतियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 28 प्रकार के खनिज हैं। हमारा राज्य देश के कुल क्षेत्रफल का मात्र 4% होने के बावजूद राष्ट्रीय खनिज उत्पादन मूल्य में 17% से अधिक का योगदान दे रहा है, और खनिज उत्पादक राज्यों में दूसरे नंबर पर है। पी दयानंद ने बताया कि पिछले साल छत्तीसगढ़ ने लगभग 14,195 करोड़ रुपये का खनिज राजस्व अर्जित किया है, जो प्रदेश की कुल आय का 23% और जीएसडीपी का 11% है। राज्य ने ई-नीलामी के से 48 मुख्य खनिज ब्लॉक्स का सफलतापूर्वक आवंटन किया है। 56 अन्वेषण परियोजनाओं में से 32 सामरिक, क्रिटिकल व डीप सीटेड खनिजों के लिए हैं। पिछले वर्षों में ई-नीलामी के माध्यम से ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट,निकल-क्रोमियम-पीजीआई, गोल्ड जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के 10 ब्लॉक्स आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देश का पहला लिथियम ब्लॉक कटघोरा में सफलतापूर्वक आवंटित किया गया है। यह ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में हमारे राज्य की क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।