कलेक्टर ने बूथ पर शर्बत-छाछ लेकर एनजीओ बैठाए, उनमें दिखे भाजपा एजेंट, कांग्रेस का चक्काजामः शाम को पकड़ा फर्जी वोटर
रायपुर में इस बार वोटिंग बढ़ाने प्रशासन ने जिस तरह जान लगाई, पहले नहीं हुआ
रायपुर कलेक्टर डा. गौरव कुमार और निगम कमिश्नर अविनाश मिश्रा पिछले दो दिन से मोबाइल पर काल कर अपील कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग बूथ पर जाएं। इस दफा रायपुर प्रशासन ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाने के लिए न सिर्फ बेहद सक्रिय रहा, बल्कि पहली बार कलेक्टर और निगम कमिश्नर के मोबाइल पर काल आए। यह बेशक चुनाव आयोग के निर्देश पर वोट के अधिकार का उपयोग बढ़ाने के लिए किया जा रहा हो, लेकिन रायपुर के कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय समेत कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि रायपुर कलेक्टर और उनके नेतृत्व में पूरा प्रशासन पर भाजपा की कठपुतली बनकर चुनाव करवाने में भिड़ा हुआ नजर आया। यह आरोप लगाते हुए कांग्रेसियों ने पुरानी बस्ती मार्ग पर चक्काजाम भी कर दिया, जो अफसरों के समझाने-बुझाने पर ही खत्म हुआ।
कांग्रेस ने यह आरोप भी लगाया कि कलेक्टर ने हर पोलिंग बूथ पर शर्बत, छाछ और नींबू पानी वगैरह लेकर एनजीओ को बैठा दिया। इसके पीछे कलेक्टर की क्या मंशा थी, यह तो स्पष्ट नहीं लेकिन एनजीओ के अधिकांश पंडालों पर भाजपा के लोग भाजपा का गमछा-टोपियां लेकर बैठे थे तथा मतदाताओं को मोदीजी के पक्ष में वोट देने की अपील कर रहे थे। विकास समेत कांग्रेसियों का आरोप है कि यह बात उन्हें खुद इन पंडालों में बैठे कुछ लोगों ने बताई, इसलिए उन्होंने चक्काजाम किया है। बाद में कलेक्टर के समझाने-बुझाने तथा राजनैतिक एजेंटों को ऐसे बूथ से दूर रखने के आश्वासन के बाद ही चक्काजाम खत्म किया गया।
सेंटपाल्स स्कूल के सेंटर से युवक को कोतवाली ले गई पुलिस, फर्जी वोटर की आशंका
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सेंटपाल्स स्कूल सेंटर के बूथ नंबर 28 में एक युवक को पकड़ा है, जिसे फर्जी वोटर बताया जा रहा है। शुभम नाम के युवक को पुलिस कोतवाली लेकर आ गई है। कांग्रेसियों के मुताबिक युवक के पास रेवास मिश्रा की पर्ची थी। वह वोट नहीं दे पाया था, इससे पहले ही पहचान लिया गया। पुलिस इसकी पुष्टि कर रही है।