सीएम साय के कड़े तेवर… जीएसटी इंस्पेक्टरों को धमकाने वाले कारोबारियों पर दोबारा छापे… इस बार सख्त जांच, एफआईआर भी
सीएम विष्णुदेव साय ने सरकार अमले के कामकाज में रुकावट डालने के मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। जीएसटी के इंस्पेक्टर गुरुवार को गुढ़ियारी-महेश कालोनी में योगेश कमर्शियल (संचालक मुनीश कुमार शाह) और जगन्नाथ कंस्ट्रक्शन दलदलसिवनी (संचालक राहुल शर्मा) नाम की फर्मों में जांच के लिए पहुंचे थे। बताते हैं कि संचालकों ने जीएसटी इंस्पेक्टरों को यह कहते हुए धमकाकर खदेड़ा- सरकार हमने बनाई है…। कारोबारियों ने यह भी कहा- जीएसटी मंत्री ओपी चौधरी देखते हैं, उन्हें फोन करूं क्या…? इसका वीडियो भी वायरल हुआ। शुक्रवार को सुबह बात सीएम विष्णुदेव साय तक पहुंची तो उन्होंने सरकारी अमले के कामकाज में इस तरह की बाधा डालने वालों के प्रति सख्त नाराजगी का इजहार किया था। फिर क्या था, स्टेट जीएसटी की टीमों ने दोनों फर्मों पर बड़ी छापेमारी की और सख्ती से जांच चल रही है। यही नहीं, दोनों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने की एफआईआर भी थाने में करवाई जा रही है।
दरअसल स्टेट जीएसटी डिपार्टमेंट बोगस फर्मों और संदिग्ध फर्मों की पहचान के लिए रिस्क पैरामीटर के आधार पर भौतिक सत्यापन कर रहा है। गुढ़ियारी और दलदलसिवनी की इन दोनों फर्मों के खिलाफ अनियमितता की शिकायत मिलने पर आला अफसरों ने जीएसटी इंस्पेक्टर रितु सोनकर और होमेश वर्मा को जांच के लिए भेजा था। दोनों जब इन फर्मों में जांच के लिए पहुंचे, तो कारोबारियों ने इनसे दुर्व्यवहार कर दिया। दोनों को धमकी भी दी गई और कारोबारियों ने यहां तक कह दिया कि छत्तीसगढ़ की सरकार हमने ही बनवाई है। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना और वायरल भी हो गया। यह वीडियो जैसे ही सरकार तक पहुंचा, सभी नाराज हो गए। सीएम साय ने कारोबारियों के इस कृत्य पर गंभीर नाराजगी जताई और निर्देश दिए कि ऐसी प्रवृत्ति को हतोत्साहित किया जाए।
सीएम साय के कड़े तेवर देखकर जीएसटी अफसर हरकत में आ गए। वीडियो समेत पूरे मामले की तुरंत पड़ताल की गई और तय हो गया कि जीएसटी इंस्पेक्टरों से दुर्व्यवहार हुआ है। इधर, जीएसटी की एक टीम ने दोनों ही फर्मों के ट्रांजेक्शन की बारीकी से पड़ताल की और पाया कि कर अपवंचन और जीएसटी अधिनियम के प्रावधानो का पालन नहीं किया गया है। कुछ देर बाद जीएसटी की दो बड़ी टीमों ने शुक्रवार को ही इन फर्मों पर दोबारा छापे मारे। इनकी सख्त जांच चल रही है और काफी कुछ जब्त भी किए जाने की सूचनना है। यही नहीं, वाणिज्यिक कर विभाग शासकीय कार्यों में बाधा पहुंचाने एवं अधिकारियों को धमकाने के लिए दोनों कारोबारियों के खिलाफ पुलिस थाना में एफआईआर भी करवा रहा है।