छत्तीसगढ़ ने बीजेपी शासित राजस्थान, महाराष्ट्र और ओड़िशा के साथ बिहार को भी पछाड़ा… मामला सीनियर सिटीजंस के आयुष्मान वय-वंदना कार्ड का

छत्तीसगढ़ ने भाजपा शासित देश के दो बड़े राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र और ओड़िशा के साथ-साथ बीजेपी समर्थित बिहार को एक और मामले में पीछे छोड़ दिया है। मामला सीनियर सिटीजंस के फ्री इलाज के लिए पीएम आयुष्मान वय-वंदना कार्ड बनाने का है। छत्तीसगढ़ इन राज्यों को पछाड़ते हुए देश में 5वें नंबर पर पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ में अब तक 3.60 लाख सीनियर सिटीजंस का पीएम आयुष्मान वय-वंदना कार्ड बनाया जा चुका है, जिसमें 5 लाख रुपए तक के फ्री इलाज की व्यवस्था है।
छत्तीसगढ में सीएम विष्णदेव साय इस योजना की डायरेक्ट मानीटरिंग कर रहे हैं। यही वजह है कि राज्य ने 3.60 लाख कार्ड बनाने का आंकड़ा पार करते हुए इसकी वजह से छत्तीसगढ़ पूरे देश में वय वंदना कार्ड बनाने के मामले में पांचवें स्थान पर पहुँच गया है। इस मामले में राज्य ने राजस्थान, महाराष्ट्र , ओडिशा और बिहार जैसे राज्यों से आगे निकलकर कीर्तिमान रचा है। आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाने का छत्तीसगढ़ में सिस्टम भी काफी सरल है। कोई भी व्यक्ति जिसके माता-पिता या अन्य सदस्य यदि 70 वर्ष व अधिक आयु के हैं एवं उनके पास आधार कार्ड है, तो वे नजदीकी सरकारी अस्पताल, सीएमएचओ यानी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय या सरकारी स्वास्थ्य कार्यकर्ता के माध्यम से निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। टोल फ्री नंबर 104 पर बात कर इस कार्ड के बारे में जानकारी भी ले सकते हैं। इसके अलावा गूगल प्ले स्टोर से आयुष्मान भारत एप व आधार फेस आईडी एप डाउनलोड कर आधार वेरीफिकेशन से अपना सामान्य आयुष्मान कार्ड या घर के वरिष्ठ सदस्य का आयुष्मान वय-वंदना कार्ड दोनों का रजिस्ट्रेशन खुद किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि माह अक्टूबर 2024 से देश में प्रारंभ वय-वंदना कार्ड पंजीयन शुरू हुआ है। छत्तीसगढ़ में नवंबर के बाद इस मामले में तेजी से कार्य किया गया है।
छह जिलों में इस कार्ड का 60 फीसदी कवरेज
राज्य शासन द्वारा 6 जिलों जहां 60 प्रतिशत से अधिक आयुष्मान वय-वंदना कार्ड पंजीयन कवरेज कर लिया गया है, को “वय-मित्र” जिलों के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसके तहत् इन जिलों में वरिष्ठ नागरिकों को जिला अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ‘वय-मित्र स्वास्थ्य परीक्षण शिविर’ का आयोजन, ‘मोबाइल मेडिकल यूनिट’ के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन, आयुष्मान-आरोग्य मंदिर में टेली-मेडिसीन व मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग व प्रत्येक बृहस्पतिवार ‘सियान-जतन शिविर’ का आयोजन, आयुष पद्धति से इलाज की सुविधा, मोतियाबिंद जांच, इत्यादि विशेष स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।