भाजपा से नाराज होकर नंदकुमार साय गए थे कांग्रेस में, सवा साल में वापस लौट आए
भाजपा से कई बार के विधायक-सांसद तथा छत्तीसगढ़ विधानसभा में पहले नेता प्रतिपक्ष बनाए गए सरगुजा के आदिवासी नेता नंदकुमार साय मंगलवार को फिर भाजपा में लौटे और सदस्यता ले ली। उन्होंने मीडिया से कहा कि भाजपा के स्थापना काल से भाजपा से जुड़ा हुआ हूं, जीवनभर भाजपा के आदर्शों-सिद्धांतों पर काम किया। कुछ परिस्थितियों को लेकर कांग्रेस में चला गया था, लेकिन अब लौट आया हूं। पार्टी को मजबूत करने के लिए संगठन की ओर से दी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।
नंदकुमार साय का भाजपा में अच्छा प्रभाव था, लेकिन अप्रैल 2023 में कांग्रेस में जाने से पहले एक-दो साल तक वे भाजपा की राजनीति से लगभग गायब हो गए थे। भाजपा में रहते हुए नंदकुमार साय देवेंद्रनगर चौक पर अनशन पर बैठे थे, लेकिन उनके अनशन की भारी अनदेखी हुई थी। इसके कुछ दिन बाद उन्होंने भूपेश बघेल के साथ कांग्रेस की सदस्यता ले ली। वे कांग्रेस के कार्यक्रमों में नजर आते रहते थे, लेकिन पार्टी ने विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया। इसके बाद कांग्रेस की सत्ता चली गई और नंदकुमार साय कांग्रेस में नजर आना बंद हो गए। कुछ दिन से दबी जुबान में साय की वापसी की चर्चा हुई थी, लेकिन पुष्टि नहीं हुई। मंगलवार को भाजपा की सदस्यता लेने के बाद सारी अटकलों का पटाक्षेप हो गया। नंदकुमार साय शाम को सीएम विष्णुदेव साय से मिलने उनके आवास भी गए हैं।