छत्तीसगढ़ में युद्ध मॉकड्रिल कल सिर्फ दुर्ग में… शाम 4 बजे गूंजेगा हवाई हमले का सायरन, रात में ब्लैकआउट… देश के 244 शहरों में 54 साल बाद ऐसी वॉर ड्रिल

देश के 244 अहम शहर या इलाकों में पाकिस्तान से युद्ध के 54 साल के बाद कल, 7 मई को युद्ध के सायरन गूंज उठेंगे। युद्ध के दौरान जिन शहरों में अलग अलग सामरिक कारणों से सतर्कता सतर्कता बरतनी ज़रूरी है, वहाँ केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर युद्ध की मॉकड्रिल की जाएगी। छत्तीसगढ़ में पहली बार ऐसी मॉकड्रिल के लिए केवल दुर्ग को ही चुना गया है। माना जा रहा है कि रक्षा मंत्रालय ने भिलाई स्टील प्लांट की वजह से दुर्ग का चयन किया है। युद्ध के दौरान महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और आम नागरिकों को कैसे सुरक्षित किया जा सके, पूरे दुर्ग में इसी की मॉकड्रिल कल की जाएगी। ऐसी संभावना है कि दुर्ग और भिलाई शहर में कल शाम चार बजे के आसपास हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन गूंज उठेंगे। इस दौरान पूरा सुरक्षा और रेस्क्यू अमला लोगो को बचाने की मॉकड्रिल में जुट जाएगा। कुछ समय बाद यानी सूर्यास्त के बाद दुर्ग और भिलाई में ब्लैकआउट होगा। यानी हर तरह की लाइट्स बंद हो जाएंगी। ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि हवाई हमले के लिए आए युद्धक विमानों को अंधेरे में नज़र न आए कि बिल्कुल नीचे सामरिक महत्व का कोई प्रतिष्ठान या शहर है। इसके अलावा भी दुर्ग में केंद्र से आए निर्देश के मुताबिक़ तैयारी की जा रही है। आम लोगों के बीच भी कई तरह के एक्सरसाइज होंगे। राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तैयारियों में गोपनीयता बरती जा रही है।