एनसीसी की एयर स्क्वाड्रन अब जशपुर में भी… सीएम साय ने पीएमश्री स्कूल में शुरू करवाई… आगाडीह एयरस्ट्रिप पर हल्के विमान से ट्रेनिंग

एनसीसी की एयर स्क्वाड्रन अब जशपुर के पीएमश्री स्कूल में भी शुरू हो गई है। जिस वक्त जशपुर में हवाई पट्टी शुरू की जा रही थी, तब सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि जशपुर समेत हवाई पट्टी वाले शहरों में एनसीसी की एयर स्क्वाड्रन जल्द शुरू करवाने का प्रयास करेंगे। जशपुर के पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय में यह छत्तीसगढ़ की 3 सीजी एनसीसी एयर स्क्वाड्रन होगी। एयर एनसीसी के लिए चयनित 25 मेधावी विद्यार्थियों को एनसीसी कैडेट्स का बैच लगाकर पंजीयन की शुरुआत कर दी गई। इनमें 13 बालिकाएं और 12 बालक शामिल हैं। सीएम साय को इस अवसर पर विंग कमांडर विवेक कुमार साहू ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
अभी तक छत्तीसगढ़ में केवल रायपुर में ही एयर एनसीसी और उड़ान का प्रशिक्षण दिया जाता है। जगदलपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर और जशपुर जैसे शहरों में हवाई पट्टियां हैं, लेकिन एयर स्क्वाड्रन नहीं है। सीएम साय ने मार्च में जशपुर की आगडीह हवाई पट्टी को 3 सीजी एयर एनसीसी स्क्वाड्रन के लिए स्वीकृति दी थी। तब एक माइक्रोलाइट विमान को प्रशिक्षण हेतु जशपुर भेजा गया। इस दौरान लगभग 100 कैडेट्स को उड़ान का वास्तविक अनुभव मिलाा था। सीएम साय ने स्वयं हवाई पट्टी पहुंचकर प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया और कैडेट्स से संवाद किया। कैडेट्स ने उन्हें विमान से संबंधित तकनीकी जानकारियाँ भी साझा कीं।
इस तरह खुल जाते हैं रोजगार के मौके
अभी 3 सीजी एयर एनसीसी एयर स्क्वाड्रन देश में एकमात्र है, जिसमें एम्स, एमबीबीएस और नर्सिंग के छात्र जुड़े हैं। कैडेटों को यूपीएससी और एसएसबी साक्षात्कार के माध्यम से सेना में 25 वैकेन्सी /पाठ्यक्रम के अवसर मिलते हैं। एसएससी के माध्यम से ऑफिसर्स ट्रेनिग अकादमी के लिए 50 वैकेंसी/पाठ्यक्रम के अवसर मिलते हैं, जिसमें यूपीएससी परीक्षा की आवश्यकता नहीं होती। केवल एसएसबी साक्षात्कार के जरिए ही चयन का मौका मिल जाता है। 20 सीटें गर्ल्स के लिए आरक्षित होती हैं। वायु सेना के उड़ान प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों सहित सभी पाठ्यक्रमों में 10 प्रतिशत वैकेंसी होती है। जिसके लिए एएफसीएटी, यूपीएससी परीक्षा की आवश्यकता नहीं होती है। इसी तरह से पैरामिलिट्री फोर्स भर्ती में 2 से 10 बोनस अंक दिया जाता है।