बस्तर में एक तरफ नक्सल विरोधी तेज मुहिम, दूसरी ओर कांग्रेस का खनिज-जंगल बचाओ अभियान… किरंदुल से दंतेवाड़ा तक पीसीसी की 42 किमी न्याय यात्रा 26 से 29 तक
(फोटो: किरंदुल का मिलेनियम पार्क)
बस्तर, खासतौर पर दक्षिण बस्तर में अब दो अलग-अलग राजनैतिक विचारधाराएं साफ नजर आने लगी हैं। छत्तीसगढ़ सरकार बस्तर में नक्सली उन्मूलन में लगी है, तो कांग्रेस भी दक्षिण बस्तर की खनिज संपदा, खासकर आयरन ओर बचाने के लिए मुहिम शुरू करने जा रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 26 मई से 29 मई के बीच दंतेवाड़ा जिले में आयरन ओर के गढ़ किरंदुल से बचेली होते हुए दंतेवाड़ा तक 42 किमी लंबी न्याय यात्रा निकालने की घोषणा कर दी है। इस यात्रा का नेतृत्व पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज करेंगे। कांग्रेसियों की यह यात्रा दंतेवाड़ा के नक्सल प्रभावित इलाकों में रोजाना 14 किमी का सफर तय करेगी। इस यात्रा की सिक्योरिटी बस्तर में तैनात सुरक्षाबलों के लिए भी बड़ा सिरदर्द हो सकती है, क्योंकि जिन इलाकों से यात्रा गुजरेगी, उन्हें नक्सलमुक्त तो नहीं कहा जा सकता है।
कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू ने न्याय यात्रा का शिड्यूल जारी कर दिया है। इसके मुताबिक यात्रा 26 मई को किरंदुल से दोपहर 2 बजे शुरू होगी और बचेली की ओर जाएगी। वहां से अगले दिन यानी दोपहर 3 बजे पदयात्रा धुरली के लिए रवाना होगी। रात्रि विश्राम के बाद 28 मई को न्याय यात्रा धुरली से दोपहर 3 बजे शुरू होकर पातररात पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा। वहां से 29 मई को न्याय यात्रा सुबह 10 बजे शुरू होगी और लगभग दोपहर 12 बजे दंतेवाड़ा कलेक्ट्रेट पहुंचेगी। वहां पीसीसी चीफ दीपक बैज के नेतृत्व में कलेक्टोरेट का घेराव किया जाएगा। करीब 42 किमी की इस यात्रा में बस्तर के कांग्रेसी शामिल होंगे, हालांकि पीसीसी ने प्रदेशभर के कांग्रेसियों से इस यात्रा में शामिल होने का आग्रह किया है।



