The Stambh Breaking : शराब घोटाले की ईओडब्लू जांच में पप्पू बंसल बड़े हिस्से का कस्टोडियन निकला… उसी से जुड़े 39 ठिकानों पर छापे, दुर्ग में 27 और महासमुंद-धमतरी में भी
छत्तीसगढ़ की जांच एजेंसी आर्थिक अपराध अन्वेषण विंग (ईओडब्लू) ने गहन तफ्तीश के बाद यह एस्टेबलिश किया है कि शराब स्कैम में आने वाले सबसे बड़े हिस्से का कस्टोडियन भिलाई का कारोबारी पप्पू बंसल था। इस निष्कर्ष के बाद ईओडब्लू ने मंगलवार को पप्पू बंसल के कनेक्शन वाले 39 परिसरों पर छापे मारे हैं। अभी छापों का ब्योरा नहीं मिला, क्योंकि इस खबर के लिखे जाने तक आधे स्थानों पर जांच चल रही है। पप्पू बंसल को कई राजनेताओं का करीबी माना जाता है, इसलिए इस छापेमारी से बड़े संकेत भी उभर रहे हैं। सबसे ज्यादा 27 जगह छापे दुर्ग-भिलाई में मारे गए हैं। पप्पू का निवास वहीं है। इसके अलावा महासमुंद और धमतरी में भी छापेमारी की गई है, और सभी पप्पू से कनेक्टेड हैं। रायपुर और बिलासपुर में छापेमारी नहीं की गई है, और न ही इन छापों का संबंध पूर्व मंत्री तथा सुकमा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा से है।
छत्तीसगढ़ में कथित 22 हजार करोड़ के शराब स्कैम में ईओडब्लू की जांच अब अंतिम दौर में है। इसलिए हर दूसरे-तीसरे दिन एजेंसी बड़े छापेमारी कर रही है। इस पूरे इन्वेस्टिगेशन में बड़ा खुलासा यह हुआ है कि शराब घोटाले से कथित तौर पर जो पैसे इकट्ठा होते थे, उनमें से बड़े हिस्से का कस्टोडियन ईओडब्लू ने पप्पू बंसल को माना है। पप्पू तक पहुंची ईओडब्लू की जांच और छापे इस मामले में कुछ और इशारे भी कर रहे हैं। शराब स्कैम की जांच शुरू करने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एसईसीआर और ईओडब्लू की एफआईआर में पप्पू बंसल का आरोपी के तौर पर नाम है। लेकिन अब तक यह बात सामने नहीं आई थी कि सिंडीकेट के अलावा पप्पू बंसल की भूमिका बड़े हिस्से के कथित कस्टोडियन के रूप में थी। मंगलवार की छापेमारी में ईओडब्लू को जो भी साक्ष्य हाथ लगेंगे, वह पप्पू बंसल के इर्द-गिर्द ही हो सकते हैं, ऐसा सूत्रों का कहना है। बता दें कि शराब स्कैम में कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को सुप्रीम कोर्ट से ईडी के केस में जमानत मिली है, लेकिन दोनों ईओडब्लू के केस में आरोपी होने की वजह से जेल के बाहर नहीं आ पाए हैं।


