प्रकाश स्तंभ

यही है औचक निरीक्षण… रायपुर में हेलिकाप्टर खराब, दूसरे चापर से उड़े सीएम… समाधान शिविर की तैयारी लिमगांव में थी, उतरे करिगांव में… सब हैरान, लोगों ने तालाब से तुरंत कमल तोड़कर किया स्वागत

छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार के तीसरे चरण यानी समाधान शिविरों की सोमवार, 5 मई से शुरुआत हो गई। पहले ही दिन सीएम विष्णुदेव साय ने पूरे प्रशासन को चौंका दिया। उनके दौरे की शुरुआत ऐसे हुई कि जिस हेलिकाप्टर से जाने वाले थे, वह खराब हो गया। अफसरों ने तुरंत दूसरा चापर मंगवाया और उड़ान भरी। सीएम का हेलिकाप्टर सक्ती जिले के लिमगांव में उतरना था। संकेत मिलने पर वहां स्वागत वगैरह की तैयारी हो गई थी। लेकिन ऐन वक्त पर सीएम ने लिमगांव के बजाय किसी और गांव में उतरने का फैसला लिया। उनका चापर सक्ती में ही करिगांव से लगे बंदोरा में उतरे। हेलिकाप्टर लैंड हुआ तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए, लेकिन वहां शिविर वगैरह तो दूर, सीएम साय के स्वागत के लिए कुछ नहीं था। तब गांववालों ने नजदीक के पैठू (तालाब का हिस्सा) से कमल के फूल तोड़े और इससे सीएम का अभिवादन किया, तो महिलाओं ने स्वागत में हल्दी-चावल का तिलक लगाया। लिमगांव में जो इंतजाम किए गए थे, कुछ देर में उन्हें करिगांव में शिफ्ट हुआ। लेकिन तब तक सीएम साय ग्रामीणों से काफी देर का सीधा संवाद कर चुके थे।

करिगांव में पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर सीएम साय ग्रामीणों की समस्याएं सुनते रहे। जितनी समस्याएं तुरंत दूर हो सकती थीं, वे साथ बैठे अफसरों को निर्देश भी देते रहे। उन्होंने ग्रामीणों के साथ सुशासन पर बात की। उन्हें बताया कि सुशासन का अर्थ सीधे जनता के बीच जाकर उनकी स्थिति को समझना और समाधान देना है। सीएम साय ने साय ने ग्रामीणों से पीएम आवास योजना योजना, महतारी वंदन योजना, धान के बोनस, आयुष्मान योजना के बारे में ग्रामीणों से जानकारी लेते हुए उनकी समस्याओं के बारे में पूछा और उनका तत्काल समाधान भी किया। वे गांव की सोनाई बाई के घर गए और उसका पीएम आवास देखा।

करिगांव के लिए सीएम की कुछ घोषणाएं भी

करिगांव में नया पंचायत भवन बनाया जाएगा।
सप्ताह में एक दिन पटवारी कार्यालय लगेगा।
गांव के नोनी मईया देवी मंदिर का सौंदर्यीकरण।
अवैध कब्जे की शिकायतों की जांच व कार्रवाई।

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