MAHADEV की जगह GAJANAND आनलाइन सट्टे का प्रदेश में तेज फैलाव… 3 और बुकी अरेस्ट, 228 बैंक खाते फ्रीज जिनमें लाखों रुपए जमा

जैसी कि पुलिस को आशंका थी, छत्तीसगढ़ में महादेव बुक आनलाइन सट्टे पर ईओडब्लू और सीबीआई की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के बाद सटोरियों ने Gajanand आनलाइन एप को क्रिकेट तथा अन्य खेलों में सट्टे का नया विकल्प बना लिया है। रायपुर क्राइम ब्रांच ने हफ्तेभर पहले गजानंद एप का खुलासा करते हुए राजधानी में आनलाइन सटोरिए पकड़े थे। तब मिली सूचनाओं का एनलिसिस करते हुए क्राइम ब्रांच और तिल्दा पुलिस ने मिलकर तिल्दा में ही छापा मारा और तीन सटोरिए पकड़े। ये तीनों गजानंद एप से सट्टा खिला रहे थे।
छत्तीसगढ़ में महादेव एप के बाद अब गजानंद एप नई चुनौती बनकर उभरा है। आईजी अमरेश मिश्रा के टिप्स पर काम कर रही रायपुर पुलिस ने हफ्तेभर पहले इस नए सट्टा एप का खुलासा किया था। इसके बाद एसएसपी डा. लालउमेद सिंह ने इस एप की तह तक जाने के निर्देश दिए थे, जिसमें अब पुलिस को कामयाबी मिलने लगी है। हाईटेक एनलिसिस के बाद पुलिस को गजानंद एप की एक लाइन से तिल्दा से आनलाइन सट्टा चलने के संकेत मिले थे। यह बात भी जांच में आ गई थी कि वहां कई बैंक खातों में पैसे का लेनदेन हो रहा है। इस सूचना पर रायपुर क्राइम ब्रांच ने तिल्दा पुलिस के साथ मिलकर तिल्दा के सासाहोली वार्ड के एक मकान में छापा मारा। खूबीराम पटेल तथा सोनू शिवा सेन पकड़े गए। वहां से मिली सूचना पर कुछ देर में सिमगा में छापा मारकर शैलेंद्र सिंह को भी पकड़ लिया गया। तीनों के मोबाइल की जांच से साफ हो गया कि गजानंद एप की लाइन से सट्टा चल रहा था। तीनों मोबाइल के बैंक ट्रांजेक्शन के डीटेल पर पुलिस ने दर्जनों खातों को बुधवार को ही फ्रीज करवा दिया, जिनमें गजानंद एप की लाइन से आनलाइन ट्रांजेक्शन हो रहा था। इसे मिलाकर गजानंद एप मामले में अब तक 228 खाते फ्रीज करवाए जा चुके हैं। इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर क्राइम परेश कुमार पांडेय और तिल्दा के इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह श्याम के साथ क्राइम ब्रांच से ही एसआई मुकेश सोरी, एएसआई गेंदुराम नवरंग तथा कृपासिंधु पटेल, संतोष वर्मा, धनंजय गोस्वामी, संजय मरकाम और प्रकाश पांडे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।