गैंगस्टर को छुड़ाने गुर्गों ने घाट में गाड़ी पर बम फेंका… अमन ने इंसास छीनकर सिपाही पर चलाई… भागने लगा तो ढेर कर दिया एटीएस ने

रायपुर से सोमवार शाम एटीएस के साथ रांची के लिए रवाना हुए गैंगस्टर अमन साव की मुठभेड़ में मौत की पुष्टि झारखंड पुलिस ने कर दी है। पलामू एसपी रिश्मा रमेशन ने बताया कि अमन साव एनआईए के एक मामले के लिए एटीएस रायपुर से लेकर निकली थी।एटीएस की स्कॉर्पियो पलामू के रामगढ़ के पास अन्हारी ढोढा घाटी पर थी, तभी सुबह सवा 9 बजे अमन के गुर्गों ने उसे छुड़ाने के लिए गाड़ी पा बम फेक दिया। बमबारी हुई तो अमन ने मौका देखकर सिपाही राकेश कुमार से उसकी इंसास राइफल छीन ली। उसे जांघ में गोली मारने के बाद अमन साव पर जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे ढेर कर दिया। घायल सिपाही को पलामू के अस्पताल में भर्ती किया गया है।

गैंगस्टर अमन साव पिछले कई वर्षों से झारखंड पुलिस का सिरदर्द बना हुआ था। छत्तीसगढ़ से उसका कनेक्शन इतना ही था कि वह पिछले पांच माह से रायपुर जेल में बंद था। रायपुर में पिछले साल जुलाई में पीआरए कंस्ट्रक्शन पर फायरिंग के केस में रायपुर पुलिस उसे अक्टूबर में झारखंड से रायपुर लाई थी। वह तब से सोमवार शाम तक यहीं था। करीब 35 साल के गैंगस्टर अमन साव के ख़िलाफ़ झारखंड में 125 केस दर्ज हैं। पुलिस का अनुमान है कि उसकी गैंग में डेढ़ सौ गुर्गे हैं, जिनमे अमन समेत करीब 50 जेल में और बाकी बाहर हैं। यह गैंग एक्सटॉरशन, अपहरण, गोलीबारी और हत्या जैसे जघन्य अपराधों में लगा है। झारखंड पुलिस को शक था कि अमन जेल में रहकर भी ख़ुद और मयंक जैसे करीबी सहयोगियों से मिलकर गैंग को ऑपरेट कर रहा था।