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ख़ौफ़ का पर्याय रहे अबूझमाड़ में 5 हजार युवाओं की मैराथन रेस… सुरक्षा के लिए सभी की रीयल टाइम ट्रैकिंग… सीएम साय बोले- शांति संदेश देना चाहते हैं

बेहद घने जंगल और यूनीक आदिवासी संस्कृति के बावजूद नक्सलियों के दुर्दांत गढ़ के तौर पर देशभर में चर्चित हो गए अबूझमाड़ में पिछले एक साल में हुई मुठभेड़ों में बड़ी संख्या में माओवादी मारे गए हैं। इस वजह से अबूझमाड़ की असल पहचान लौटने लगी है। इसी पहचान के लिए एक कदम और बढ़ते हुए सीएम विष्णुदेव साय की सरकार ने अबूझमाड़ में शांति हाफ मैराथन रेस का आयोजन कर दिया है। मैराथन रेस 21, 10 और 5 किमी श्रेणी में होगी और उन्हीं इलाकों से गुजरेगी, जहां सालभर पहले तक नक्सलियों का खौफ मंडराता था। नारायणपुर में 2 मार्च को होने वाली इस रेस में देश-प्रदेश के 5 हजार से ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा लेने जा रहे हैं। सीएम साय ने इस आयोजन को आशा का प्रतीक करार दिया और कहा कि हम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना चाहते हैं बल्कि शांति और एकता का एक महत्वपूर्ण संदेश भी देना चाहते हैं। अबूझमाड़ को अब माओवाद से नहीं, बल्कि यहां के लोगों की क्षमता और प्रतिभा से पहचाना जाएगा।

अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन में एथलीटों, पहली बार दौड़ने वालों और स्थानीय प्रतिभाओं को भाग लेने का अवसर मिलेगा। अत्याधुनिक टाइमिंग सिस्टम, पेसर्स, चिकित्सा सहायता और हाइड्रेशन स्टेशनों के साथ यह आयोजन यादगार बनाने की कोशिश की जा रही है।  बता दें कि इस रेस से पहले आयोजन समिति ने 5 जनवरी को 5 किमी की प्रोमो मैराथन आयोजित की। जिसमें पुरुष वर्ग में तीजू पुजारी, लक्ष्मण पोयाम और बीरसिंह सलाम विजेता बने थे। महिला वर्ग में सोमराई गोटा, रीना उइके और भूमिका देवांगन शीर्ष स्थान पर रहीं। इसके बाद 19 जनवरी को नारायणपुर में 10 किलोमीटर की मिनी मैराथन हुई, जिसमें 800 से अधिक धावकों ने भाग लिया। इसमें पुरुष वर्ग में पुरकेश्वर लाल देशमुख, रस्सू कोरेस और बुधराम कुमेटी ने शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि महिला वर्ग में मुस्कान कुशवाहा, भूमिका देवांगन और सोंबाई गोटा विजेता रहीं।

रेस में शामिल युवाओं की रीयल टाइम ट्रैकिंग

इस रेस में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों की लाइव सिस्टम से रीयल-टाइम ट्रैकिंग होगी। रेस के दौरान चिकित्सा सहायता स्टेशनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी, जिससे प्रतिभागियों की सुरक्षा बनी रहे। अनुभवी पेसर्स प्रत्येक श्रेणी में धावकों को मार्गदर्शन देंगे। इस मैराथन से पहले कुछ विशेष आयोजन भी किए जाएंगे। 28 फरवरी को ‘बैंड दायरा’ द्वारा जादू बस्तर कॉन्सर्ट आयोजित होगा। 1 मार्च को एक भव्य ड्रोन शो होगा, साथ ही अबूझमाड़ मल्लखंब टीम द्वारा अद्भुत करतबों का प्रदर्शन किया जाएगा।

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