मेयर-अध्यक्ष और पार्षदों के वोटों की गिनती एक साथ सुबह 9 बजे से… ईवीएम में पहले मेयर, तुरंत बाद पार्षद का रिजल्ट बटन दबेगा… रुझान आने लगेंगे सुबह 10 बजे से

छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों में मतगणना सुबह शुरू होगी और महापौर तथा पार्षदों के गिनती एक साथ ही शुरू कर दी जाएगी। मेयर और पार्षदों का मतदान एक या दो ईवीएम से हुआ है, इसलिए नतीजे भी वहीं से आएंगे। निर्वाचन आयोग के सचिव आईएएस सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने साफ कर दिया है कि गिनती बूथ के अनुसार शुरू होगी और हर मशीन से एक ही समय में दो नतीजे आएंगे। पहला रिजल्ट बटन दबाने से मेयर या अध्यक्ष की गणना हो जाएगी। इसके तुरंत बाद दूसरा रिजल्ट बटन दबाकर पार्षदों के वोट निकल जाएंगे। इस तरह, एक साथ एक मशीन का काम खत्म हो जाएगा। इसका आशय यह है कि मेयर और पार्षद, दोनों के वोटों के गिनती एक साथ शुरू हो जाएगी। सुबह 9 बजे के बाद जैसे ही पहले राउंड की काउंटिंग पूरी होगी, मेयर और पार्षद दोनों के प्रत्याशियों के वोटों की संख्या मिलनी शुरू हो जाएगी। इस तरह मानकर चलिए कि मेयर का वार्डों के नतीजों का रुझान सुबह 10 बजे से मिलने लगेगा। इसका आशय यह भी है कि मेयर के साथ-साथ ही पार्षदों की गिनती भी पूरी होने लगेगी। द स्तम्भ ने गुरवार को खबर प्रसारित की थी कि पहले मेयर की गिनती होगी, उसके बाद पार्षदों की। लेकिन शुक्रवार को अफसरों ने साफ किया कि इसका आशय यह है कि हर ईवीएम में पहले मेयर का रिजल्ट बटन दबेगा, फिर पार्षद का। इस तरह, हर मशीन से कुछ मिनट के अंतराल में मेयर और पार्षद, दोनों के प्रत्याशियों की वोट संख्या निकल आएगी।
छत्तीसगढ़ में शनिवार को सुबह 9 बजे से 10 नगर निगम, 49 नगरपालिका और 113 नगर पंचायतों की गिनती जिला मुख्यालयों में शुरू हो जाएगी। तीन-चार घंटे में नगर पंचायतों और नगर पालिकाओं के नतीजे आने लगेंगे। रायपुर नगर निगम के नतीजे आने में देरी होगी, क्योंकि यहां वार्ड भी ज्यादा हैं और वोटर भी। अफसरों का अनुमान है कि दोपहर 2 बजे तक बहुत सारे नगरीय निकायों की मतगणना पूरी होने की संभावना है। रायपुर के मेयर-पार्षदों के नतीजे आने में थोड़ा वक्त लग सकता है। प्रशासन ने मतगणना की तैयारी पूरी कर ली है। मेयर और पार्षदों के लिए मतगणना एजेंटों की औपचारिकता भी पूरी हो गई है। गिनती को लेकर कई वार्डों में तनाव है, क्योंकि अलग-अलग दावों के साथ कई जगह दो-तीन गुट भी आमने-सामने हैं। हालांकि मतगणना स्थल पर भारी फोर्स का इंतजाम है, ताकि रुझान या रिजल्ट के दौरान प्रत्याशियों के समर्थकों में विवाद की स्थिति बने तो उससे वहीं सख्ती से निपटा जा सके।