पेट्रोल पंपों में प्रदूषण जांच महीनेभर में… सरकारी रेट बाइक 40 कार के 60 रुपए… ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी एस प्रकाश की बैठक में बनी सहमति

शहरों में गाड़ियों के धुएं से होने वाले प्रदूषण को काबू में रखने के लिए सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश पर परिवहन विभाग ने बड़ी पहल की है। शुक्रवार को परिवहन सचिव एस प्रकाश की ओर से तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों की मीटिंग में सहमति बन गई है कि तेल कंपनियाँ अपने पेट्रोल पंपों में प्रदूषण जांच केंद्र PUC खोलने की अनुमति देंगी। अपर परिवहन आयुक्त डी रविशंकर ने बताया की पेट्रोल पंपों के जो भी डीलर अपने पम्प में puc सेंटर खोलना चाहेंगे, कंपनियाँ नियमानुसार परमिशन देंगी। उम्मीद की जा रही है कि पेट्रोल पंपों में महीनेभर के भीतर प्रदूषण जाँच केंद्र खुलने लगेंगे।
अपर आयुक्त डी रविशंकर ने बताया की प्रदेश में अनुमानित तौर पर 80 लाख गाड़ियों की प्रदूषण जांच होनी है। सचिव एस प्रकाश के निर्देश पर गाड़ियों की जांच का सरकारी रेट पुराना तथा बहुत रीजनेबल रखा गया है। बाइक की जांच 40 तथा फ़ोर व्हीलर की जांच का सरकारी रेट 60 रुपए पर ही फिक्स है। नई गाड़ियों को औसतन दो साल तक यह जांच नहीं करवानी है। बाकी वाहनों के लिए जांच साल में एक या दो बार अनिवार्य है। परिवहन विभाग अभी पेट्रोल पंपों में स्टेट ऑफ़ द आर्ट puc सेंटर शुरू करने तथा इस सिस्टम को पुख्ता करने पर फोकस रहेगा। उसके बाद गाड़ियों के प्रदूषण सर्टिफिकेट की चेकिंग सख्ती से शुरू की जाएगी।