रायपुर मेडिकल कॉलेज सेंट्रल इंडिया में पहला, जहाँ कैंसर सर्जरी में सुपरस्पेशियलिटी की पढ़ाई… केंद्र से तीन सीटें मंज़ूर, इसी सत्र से शुरुआत- डीन डॉ चौधरी
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय (चिकित्सा शिक्षा -1) ने नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) को निर्देशित किया है कि रायपुर मेडिकल कॉलेज में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विषय में सुपर स्पेशलाइजेशन पाठ्यक्रम (एम.सी.एच.) के लिए तीन सीटों की स्वीकृति प्रदान की जाए। इससे यह महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम इसी शैक्षणिक सत्र से प्रारंभ किया जा सके। छत्तीसगढ़ में पिछले तीन दशक से कैंसर के इलाज में उल्लेखनीय काम कर चुके रायपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ विवेक चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार के इस फैसले से प्रदेश में कैंसर के उपचार को नया आयाम मिलेगा।
रायपुर मेडिकल कॉलेज के कैंसर विभाग में पहले से एम.डी. (रेडियोथेरेपी) की 6 मान्यता प्राप्त सीटें पहले से संचालित की जा रही हैं। सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विषय में सुपर स्पेशलाइजेशन पाठ्यक्रम की स्वीकृति के बाद अब प्रदेश के कैंसर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल पाएगी। डीन डॉ विवेक चौधरी और सर्जिकल आंकोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. आशुतोष गुप्ता ने बताया कि रायपुर मेडिकल कॉलेज मध्य भारत का पहला शासकीय चिकित्सा संस्थान है, जहां यह विशेष पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है। महाविद्यालय के एन.एम.सी. सेल के चेयरमैन डॉ. अरविंद नेरल ने बताया कि गत वर्ष इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन कुछ कमियों के कारण एन.एम.सी. ने एल.ओ.पी. (लेटर ऑफ परमिशन) जारी नहीं किया था। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा इन कमियों को दूर कर दो बार पुनर्विचार के लिए अपील की गई। हाल ही में एन.एम.सी. के निर्देशानुसार सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. आशुतोष गुप्ता को व्यक्तिगत रूप से नई दिल्ली भेजा गया, जहां स्टाफ, अधोसंरचना, उपकरण, क्लिनिकल सुविधाओं और उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा की गई। संतोषजनक मूल्यांकन के बाद एन.एम.सी. ने एम.सी.एच. पाठ्यक्रम की स्वीकृति प्रदान की।
कैंसर मरीजों को मिलेगी बेहतर सुविधाएं
✔ कैंसर के मरीजों को उन्नत शल्य चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
✔ प्रदेश को सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के सुपर-विशेषज्ञ मिलेंगे।
✔ पीजी स्टूडेंट्स को उच्च शिक्षा और शोध के बेहतरीन अवसर मिलेंगे।
डीन डॉ चौधरी ने कहा कि इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से छत्तीसगढ़ के कैंसर रोगियों को अत्याधुनिक उपचार की सुविधा मिलेगी और चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर कैंसर उपचार और शोध के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगा।