महापौर-पार्षद चुनाव ईवीएम से करने की अधिसूचना जारी… इधर, निर्वाचन आयोग ने तैयारी पर 17 को बुलाई हाईलेवल मीटिंग
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ होंगे। शहरी यानी नगर निगम, नगरपालिका, नगर पंचायत के महापौर तथा पार्षद चुनाव ईवीएम से करवाए जाएंगे। चुनाव ईवीएम से करवाने की अधिसूचना जारी कर दी गई। इसके लिए नगरपालिका एक्ट में संशोधन हुआ है, जिसे बुधवार को राजपत्र में भी प्रकाशित कर दिया गया। इधर, राज्य निर्वाचन आयोग ने 17 जनवरी को नगरीय तथा पंचायत चुनाव की तैयारी की समीक्षा के लिए 17 जनवरी को आला अफसरों की हाई लेवल मीटिंग बुला ली है। इस मीटिंग में नगरीय प्रशासन तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के साथ-साथ गृह विभाग, सामान्य प्रशासन, परिवहन विभाग तथा आबकारी समेत कुछ विभागों के प्रमुख अफसर शामिल रहेंगे। बैठक राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने बुलवाई है। जानकारों के मुताबिक 17 जनवरी को इस बैठक के बाद कभी भी नगरीय और पंचायत चुनावों की घोषणा कर दी जाएगी और आचार संहिता लागू हो जाएगी।
नगरीय प्रशासन विभाग ने शहरी यानी महापौर-अध्यक्ष तथा पार्षदों के चुनाव ईवीएम से करवाने की अधिसूचना 15 जनवरी को छत्तीसगढ़ के राजपत्र में प्रकाशित करवाई है। इसमें कहा गया है कि राज्य सरकार ने राज्य निर्वाचन आयोग की सलाह पर छत्तीसगढ़ नगरपालिका निर्वाचन अधिनियम 1994 में संशोधन किया है। सबसे महत्वपूर्ण संशोधन धारा 42-क से संबंधित है। यह संशोधन साफ कहता है कि इन नियमों में अंतर्विष्ट किसी बात के होते हुए भी निर्वाचन आयोग आदेश जारी कर सकेगा कि विनिर्दिष्ट वार्डों अथवा विनिर्दिष्ट रीति में मशीनों द्वारा मत दिया जाएगा और अभिलिखित किया जाएगा। वहीं, एक्ट के अध्याय 7-क में भी मशीनों से चुनाव मशीनों से करवाने की पूरी व्याख्या कर दी गई है। जानकारों के मुताबिक अब कोई संदेह बाकी नहीं रहा है कि छत्तीसगढ़ के हर नगर निगम, नगरपालिका और नगर पंचायत में महापौर तथा अध्यक्षों और पार्षदों के चुनाव ईवीएम मशीनों से ही होंगे। एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम यह है कि 17 जनवरी को राज्य निर्वाचन आयुक्त आईएएस (रिटा.) अजय सिंह ने आधा दर्जन से ज्यादा विभागों के प्रमुख एसीएस से लेकर सेक्रेटरी रैंक तक के अफसरों की बैठक बुला ली है। पता चला है कि यह बैठक नगरीय निकाय तथा पंचायत चुनाव की तैयारी की समीक्षा के लिए बुलाई गई है। माना जा रहा है कि आचार संहिता से पहले नगरीय-पंचायत चुनावों की तैयारी की समीक्षा से जुड़ी यह अंतिम बैठक होगी, उसके बाद चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी। ऐसी तैयारी है कि 15 फरवरी के आसपास चुनाव करवाए जा सकते हैं।