हाथियों की मौत और टाइगर जिंदा… मरवाही में बैंगन के खेत से निकला बाघ… लोगों ने भागने की फुल तैयारी कर बनाए फोटो-वीडियो
पिछले दो-तीन महीने से छत्तीसगढ़ के जंगलों में हाथियों की मौत की खबरें आ रही हैं, अब तक शावकों को मिलाकर 17 हाथियों की मौत हो गई है, उधर पिछले कुछ दिन से बस्तियों के पास टाइगर दिख रहे है। वन विभाग जंगल में टाइगर के खाने लायक प्राणियों का ठीक तरह से असेसमेंट नहीं कर पा रहा है, इसलिए टाइगर बस्तियों तक पहुंचने लगे हैं। ठीक एक हफ्ता पहले कसडोल के आउटर में बस्ती के बीचोबीच घुसे टाइगर को वन विभाग ने बड़ी मशक्कत से इंजेक्शन मारकर बेहोश किया, फिर उसे दवा देकर तमोर-पिंगला टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया। इधर, शुक्रवार को सुबह मरवाही से लगे परासी गांव में मंगलप्रसाद के बैंगन के खेत में दिखा। सुरक्षित दूरी बनाकर लोग इकट्ठा होने लगे तो टाइगर खुले में आ गया और सड़क किनारे अपनी मस्तानी चाल से चलता रहा। टाइगर देखकर कुछ युवा बाइक स्टार्ट कर सुरक्षित भागने की तैयारी के साथ सड़क पर पहुंचे और टाइगर के फोटो-वीडियो बनाए। यह वीडियो दोपहर के बाद से छत्तीसगढ़ में वायरल हो रहा है। मरवाही के डीएफओ रौनक गोयल ने परासी गांव में टाइगर दिखने की पुष्टि की और स्पष्ट हो गया कि ये वीडियो फेक नहीं बल्कि असली हैं। क्योंकि छत्तीसगढ़ में बीच-बीच में बस्तियों में टाइगर के ऐसे फोटो-वीडियो भी आते रहते हैं, जो एमपी या राजस्थान के होते हैं, वह भी पुराने। डीएफओ ने बताया कि वन विभाग इस टाइगर के मूवमेंट पर नजर रखे हुए है। यह नर टाइगर है। इसी बीच यह खबर भी आई कि अमरकंटक में एक टाइगर ने गाय पर हमला किया है। दूरी के आधार पर माना जा रहा है कि यही टाइगर होगा। बहरहाल, खुलेआम टाइगर दिखने से मरवाही तक दहशत फैल गई है। मरवाही से खबरें आ रही हैं कि परासी और आसपास सड़कों पर शाम 4 बजे के बाद से ट्रैफिक नहीं के बराबर है। गांवों में लोग सतर्कता बरत रहे हैं। जहां टाइगर दिखा, वहां आसपास के गांवों में वन विभाग ने भी लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है।