रायपुर दक्षिण में सिर्फ 51 % वोटिंग… अंतिम आंकड़े आना बाकी, फिर भी शुरू हो गई प्रकांड चुनावी विद्वानों की भविष्यवाणी
रायपुर दक्षिण उपचुनाव में सुबह से चल रही धीमी वोटिंग और मतदाताओं की उदासीनता शाम 6 बजे तक नहीं टूटी। भाजपा और कांग्रेस, दोनों दलों ने चुनावी रात में पूरी ताकत झोंकी, लेकिन शाम 6 बजे तक 51% वोटिंग की सूचना है। अंतिम आंकड़े देर रात ही आएंगे, लेकिन शाम के नतीजों के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है कि रायपुर दक्षिण के आधे यानी 1 लाख 35 हजार लोग वोट देने के लिए घरों से नहीं निकले। यह बात अलग है कि रायपुर शहरी सीट है, यहां पोलिंग अक्सर कम रहती है, इसलिए ज्यादातर जानकार उपचुनाव में हुई कम पोलिंग को किसी महत्वपूर्ण घटनाक्रम का संकेत नहीं मान रहे हैं। हालांकि चौक-चौराहों पर प्रकांड चुनावी विद्वान कम मतदान को लेकर अपनी भविष्यवाणियां उगलने लगे हैं। मतदान का विश्लेषण करते हुए कुछ दावा कर रहे हैं कि नतीजे मौजूदा व्यवस्था के अनुरूप आएंगे, तो कुछ कम वोटिंग का विश्लेषण इस तरह कर रहे हैं कि नतीजे चौंकाने वाले रहेंगे।
रायपुर दक्षिण का उपचुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा है। हर बूथ पर सुबह से शाम तक जितने मतदाता नजर आ रहे हैं, राजनैतिक दलों के नेता-कार्यकर्ताओं की संख्या भी लगभग उतनी ही थी। एक बूथ में आपस में झंझट को छोड़कर पूरे 273 बूथ में से कहीं भी किसी तरह के विवाद की सूचना नहीं आई है। लाइन होने के बावजूद अधिकांश बूथ में साढ़े 6 बजे तक मतदान खत्म हो चुका है और मतदान दल ईवीएम तथा चुनाव सामग्री पैक करके रवाना होने की तैयारी में है। अफसरों का अनुमान है कि शाम साढ़े 7 बजे से ही जीईसी स्थित मतगणना स्थल यानी सेजबहार में मतदान दल ईवीएम लेकर पहुंचने लगेंगे। ईवीएम को वहां रखने के अलग इंतजाम हैं और सुरक्षा वय्वस्था सख्त है। अगले 10 दिन तक ईवीएम वहीं रहेंगे। मतगणना 23 नवंबर को सुबह 7 बजे से शुरू होगी। एक ही विधानसभा है, इसलिए सुबह 10 बजे तक रुझान स्पष्ट होने की संभावना है। बता दें कि रायपुर दक्षिण सीट यहां से आठ बार के अपराजेय रहे वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। इस सीट से भाजपा से टिकट सुनील सोनी को दिया गया, उन्हें भी बृजमोहन का समर्थक माना जाता है और पूरे चुनाव की कमान अघोषित रूप से बृजमोहन ने ही संभाली। कांग्रेस ने हर बार इस सीट पर प्रत्याशी बदलने का सिलसिला जारी रखते हुए इस दफा युवक कांग्रेस अध्यक्ष आकाश शर्मा को मैदान में उतारा। कांग्रेस के सभी प्रमुख नेताओं ने इस विधानसभा क्षेत्र में प्रचार में अपनी ताकत झोंकी है।