चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ से 21 आईएएस अफसर बुलवाए… सीमावर्ती महाराष्ट्र व झारखंड चुनावों की घोषणा दो-चार दिन में

छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती प्रदेशों महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावी आचार संहिता की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ के 21 आईएएस अफसरों को बुलावा भेजा है, जिससे इन प्रदेशों में जल्दी ही चुनाव की तारीखें घोषित होने की चर्चाओं को बल मिला है। आयोग ने आईएएस अफसरों को ट्रेनिंग के लिए बुलवाया है। एक-दो ट्रेनिंग के बाद इन सभी को चुनाव आब्जर्वर के रूप में चुनावी क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। हालांकि आयोग ने अन्य राज्यों से भी अफसर बुलवाए हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि बतौर चुनाव आब्जर्वर, छत्तीसगढ़ के अफसरों की तैनाती ज्यादा रहेगी। अर्थात, दोनों राज्यों के बड़े इलाके में यहां से जाने वाले अफसर ही चुनाव करवाएंगे। जहां तक महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावी तारीखों के ऐलान का सवाल है, संभावना है कि 15 अक्टूबर से पहले चुनाव आयोग इसका ऐलान कर दे। चूंकि दोनों राज्य छत्तीसगढ़ की सीमाओं से लगे हैं, महाराष्ट्र का छत्तीसगढ़ से लगा इलाका नक्सल प्रभावित है तथा झारखंड में बड़ी संख्या में आदिवासी सीटें हैं, इसलिए यह संभावना भी है कि प्रमुख राजनैतिक पार्टियां, खासकर भाजपा सीएम विष्णुदेव साय समेत अन्य नेताओं को दोनों राज्यों में बड़ी जिम्मेदारियां दे सकती है। कांग्रेस से भी कई नेताओं के इन चुनावों में सक्रिय भूमिका में रहने के आसार हैं।
महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ भाजपा गठबंधन की सरकार है, लेकिन झारखंड में झामुमो अभी सरकार में है। दोनों राज्यों की पालिटिकल परिस्थितियां भिन्न हैं, इसलिए चुनाव दिलचस्प रहनेवाले हैं। बहरहाल, आयोग ने छत्तीसगढ़ से जिन आईएएस अफसरों को ट्रेनिंग के लिए बुलवाया है, उनमें आर प्रसन्ना, शम्मी आबिदी, भुवनेश यादव, सीआर प्रसन्ना, जनकप्रकाश पाठक, शिखा राजपूत तिवारी, केडी कुंजाम, किरण कौशल, पदुमसिंह एल्मा, सारांश मित्तर, जितेंद्र शुक्ला, तारणप्रकाश सिन्हा, अभिजीत सिंह, दिव्या उमेश मिश्रा, इफ्फत आरा, पुष्पा साहू, रितेश अग्रवाल, जगदीश सोनकर, राजेंद्र कुमार, कुलदीप शर्मा और कुंदन कुमार शामिल हैं।