शाम को बादलों का गर्जन जानलेवा था… बलौदाबाजार में बिजली गिरने से 7 की मौत… नवा रायपुर में भी दो मौतों की खबर
मौके पर ही दम तोड़ दिया ग्रामीणों ने, 4 और गंभीर घायलों का इलाज जारी
राजधानी रायपुर में रविवार शाम बादलों की भयंकर गर्जना को पूरे शहर ने नोटिस किया था। लगभग इसी समय बलौदाबाजार के पास मोहतरा में बिजली गिरने से 7 ग्रामीणों की मौत हो गई और कई झुलसे हैं। सभी खेत से काम करके लौट रहे थे, तभी गांव के बाहर उन पर बिजली गिर पड़ी। लाखों वोल्ट के करेंट से झुलसकर सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 4 लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं तथा उनकी हालत भी गंभीर है। सभी को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इधर, नवा रायपुर में भी दो ग्रामीणों की बिजली गिरने से मौत की खबर आ रही है। यह घटना नवा रायपुर के उपरवारा में हुई है। इन प्राकृतिक हादसों से दुर्ग ही नहीं बल्कि राजधानी में भी खलबली मची हुई है। सीएम विष्णुदेव साय सीधे ही हालात का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने घायलों के इलाज की बेहतर व्यवस्था करने के साथ-साथ ग्रामीणों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
बलौदाबाजार ही नहीं, बल्कि राजधानी रायपुर तथा आसपास के बडे़ इलाके में शाम को बादल जमकर गरजे हैं और बारिश भी हुई है। रायपुर में गर्जना के बावजूद किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन नवा रायपुर से पुलिस को सूचना मिली है कि उपरवारा में बिजली गिरने से दो ग्रामीणों की मृत्यु हो गई। लेकिन दुर्ग में तो इसी समय बहुत बड़ा हादसा हुआ है। अब तक जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक बलौदाबाजार से लगे मोहतरा गांव के 11 लोग खेत से काम करके लौट रहे थे, तभी बादल गरजने लगे और बारिश शुरू हो गई। तब तक वे गांव से लगे तालाब तक पहुंच गए थे। बारिश से बचने के लिए सभी तालाब के किनारे बड़े पेड़ के नीचे रुक गए। इसी दौरान पेड़ पर बिजली गिरी और सभी लोग इसकी चपेट में आ गए। 7 लोगों की मौके पर ही जान चली गई, जबकि गंभीर रूप से झुलसे 4 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है। जानकारों का कहना है कि बिजली गिरने से एक साथ इतनी बड़ी संख्या में मौतों का यह संभवतः रायपुर संभाग का पहला मामला है। बिजली गिरने से समूचे छत्तीसगढ़ में हर साल मौतें होती हैं।